लखनऊ। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अलीगंज, में ‘पर्यावरणीय असंतुलन’ पर आधारित दो दिवसीय राष्ट्रीय कान्फ्रेंस का शुभारम्भ विधायक डॉ. नीरज बोरा ने किया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि डॉ. बोरा ने कहा कि Environment protection करना सरकार के साथ-साथ समाज की भी जिम्मेदारी है। हर व्यक्ति को कम से कम वर्ष में एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए।
Environment protection मानवता की सुरक्षा के बराबर
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से आये मुख्य वक्ता, प्रोफेसर, मृतुन्जय मिश्रा ने कहा कि Environment protection करना मानवता की सुरक्षा के बराबर है। यदि पर्यावरण के साथ खिलवाड़ बन्द नहीं किया गया तो ये विनाशकारी होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि पर्यावरण संरक्षण के विषय में अनिवार्य रूप से सभी को शिक्षित किया जाना चाहिए।
वाहनों के धुएं से भी बहुत गंभीर खतरा
इस अवसर पर राष्ट्रीय कान्फ्रेंस की सोविनियर का भी लोकार्पण मुख्य अतिथि ने किया । इस पत्रिका में पर्यावरण एवं जलवायु संरक्षण से सम्बन्धित अनेक विषयों का समावेश किया गया है। इस अवसर पर विश्वविख्यात पर्यावरणविद् एवं अनेक देशों की साइकिल से यात्रा कर चुके हीरा लाल यादव भी उपस्थित रहे। उन्होंने साइकिल के प्रचलन पर जोर देते हुए कहा कि वाहनों के धुएं से भी बहुत गंभीर खतरे उत्पन्न हो रहे हैं।
कान्फ्रेंस के संयोजक डॉ. राघवेन्द्र प्रताप नारायण तथा आयोजन सचिव, जय प्रकाश वर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। प्राचार्य, प्रोफेसर अनुराधा तिवारी ने अतिथियों का परिचय कराते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
प्रमुख रूप से कार्यक्रम में डॉ. राम सिंह, डॉ. रश्मि बिश्नोई, डॉ. शिवानी श्रीवास्तव, डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, डॉ.विनीता लाल, डॉ.पूनम वर्मा, डॉ.उषा मिश्रा, डॉ. बृजबाला मिश्रा, डॉ. ओउ्म वीर सिंह, डॉ.पुष्पा यादव, डॉ. सविता सिंह, डॉ. पारुल मिश्रा, डॉ. प्रतिमा शर्मा, डॉ.भास्कर शर्मा, डॉ. रश्मि अग्रवाल, डॉ. विशाखा कमल आदि उपस्थित रहे।
दो दिवसीय इस कार्यशाला में कल भी अनेक पर्यावरण विद् सहित धनंजय मणि त्रिपाठी तथा पल्लवी विश्नोई आदि अपने विचार व्यक्त करेंगे।