नई दिल्ली। देश कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में हर्ड कम्युनिटी के दौर में प्रवेश करता नजर आ रहा है। आईएमए (IMA) के वरिष्ठ डॉक्टर भी इस ओर आशंका जता चुके हैं। वजह यही है कि बीते कई दिनों से रोजाना औसतन 40 हजार से ज्यादा संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं।
अब तक कोविड-19 वायरस ने 12 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में लिया है, जबकि करीब 29 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच एक नई बीमारी ने भारत में दस्तक दे दी है। इसका नाम है मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम जिसे MIS-C भी कहते हैं।
डॉक्टर आशीष गोटी के मुताबिक बच्चे के शरीर में मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम के लक्षण दिख रहे हैं। बाद में डॉक्टरों ने ये भी कहा कि बच्चे की हार्ट में खून भी 30% ही पंप हो रहा था। इसके अलावा नसों में भी सूजन आ गई थी।
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राहत की बात ये है कि 7 दिनों के बाद बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। जानकारी के मुताबिक अभी तक MIS-C के केस यूरोप और अमेरिका से आ रहे थे। हालांकि अब इस बीमारी का पहला मामला गुजरात के सूरत से आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 10 साल के बच्चे में इस बीमारी के लक्षण देखे गए। परिवारवालों के मुताबिक बच्चे को पहले उल्टी, खांसी और फिर दस्त हुए। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में बच्चे की आंखों और होंठ पर लाली आने लगी।
क्या है MIS-C?
मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम के बार में दुनियाभर के डॉक्टरों को ज्यादा पता नहीं है। इसको लेकर फिलहाल शोध-अनुसंधान चल रहे हैं। इस साल मई के महीने में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस बीमारी के बारे में लोगों को आगाह किया था।
इस बीमारी के कुछ लक्षण ऐसे हैं
- 0 से 19 साल के बच्चे में 3 से ज्यादा दिन बुखार।
- शरीर पर दाने, मवाद के साथ
- मुंह और हाथ-पैर में सूजन
- ब्लड प्रेशर का कम होना
- डायरिया
- पेट में दर्द
- पेट के निचले हिस्से में दर्द