ओड्रा फाउंडेशन और डिजाइनर मनीष त्रिपाठी, उत्तर प्रदेश खादी और विलेज इंडस्ट्रीज़ बोर्ड (यूपीकेवीआईबी) के साथ मिल कर दुनिया के सबसे बड़े मास्क बनाने जा रहे है, जो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना सकें।
उनकी टीम 10 अलग-अलग राज्यों में 10,000 किलोमीटर की दूरी तय करके मास्क के लिए कपड़े इकट्ठे कर रहीं है। वही यूपीकेवीआईबी (UPKVIB) ने भी मास्क के लिए 75 जिले से 2 मीटर खादी के कपड़े दिएं है।
इकट्ठे किए हुए इन सभी कपड़ो को एकसाथ जोड़कर कम से कम 100 वर्ग मीटर से बड़ा मास्क बनाकर नया रिकॉर्ड बनाया जाएगा, क्योंकि अभी तक 72.28 वर्ग मीटर के बड़े मास्क का रिकॉर्ड बनाया गया है।
मास्क बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले सभी मटेरियल को बाद में फिर से इस्तेमाल करने योग्य बनाकर बाजारों में दिया जाएगा। यह प्रयास प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र ‘खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन’ और उनके ‘आत्मनिर्भर’ भारत के लक्ष्य के अनुरूप है और साथ ही ये कदम नेशनल मूवमेंट जैसे “वोकल फॉर लोकर” और “आत्मनिर्भर भारत” में भी योगदान देगा।
22 दिसंबर को मुंबई में आयोजित एक इवेंट के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए सतीश कौशिक ने कहा, “मनीष त्रिपाठी जैसे लोगों को देखना बहुत अच्छा लगता है, जो महामारी के समय जागरूकता फैला रहे हैं और अपना सहयोग कर रहे हैं, जबकि हम सभी अपने घरों के अंदर बंद थे। गॉव की महिलाओं को मास्क बनाने के लिए एक साथ आना, उन्हें सशक्त बनाने का एक बेहतरीन तरीका है। साथ ही ऐसे कठिन समय के दौरान लोगों को एक साथ लाने का भी यह एक शानदार तरीका है।”
मास्क पहनने की इंपॉरटेंस के बारे में सतीश ने कहा, “लोगों को यह जानने की जरूरत है कि मास्क पहनकर आप सिर्फ खुद को ही नहीं बचाते बल्कि जो आपके आस-पास है, वो भी सुरक्षित रहते हैं, तो हम सभी को रिस्पॉन्सिबल बनने की जरूरत है।”
फिल्म इंडस्ट्री के ऊपर महामारी के कारण हुए प्रभाव के बारे में बात करते हुए सतीश ने कहा, “इस महामारी ने हमें और हमारी फिल्म इंडस्ट्री को बुरी तरह प्रभावित किया है। लोगों के पास काम ना होने के साथ साथ फिल्में भी नहीं रिलीज हो रहीं थी, इस दौरान हमने इंडस्ट्री के बहुत से लोगों को भी खोया है। यहाँ तक कि लोग उनके अंतिम दर्शन को भी नहीं जा सके, ये सब बहुत ही दुखदायी था। हम एक्टर्स ने कुछ अच्छे कंटेंट के ज़रिये लोगों को मोटिवेट करने की, और उनके चेहरों पर मुस्कान लाने की कोशिश की है।”
डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने कहा, “लॉकडाउन के समय हमने कम्यूनिटी हेल्पर को मुफ्त में मास्क बाटने शुरू किए थे। बाद में हमने यह भी महसूस किया कि हमें लोगों को उनकी आजीविका के लिए भी सपोर्ट करने की आवश्यकता है, क्योंकि महामारी ने सभी को प्रभावित किया था, और खासतौर पर गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को। इसलिए हमने गॉव की महिलाओं के साथ अपनी इस जर्नी की शुरूआत की जहां हमने उन्हें स्टिच मास्क और दूसरे प्रोडक्ट के बारे में सिखाया। ये लार्जेस्ट मास्क इन महिलाओं के लिए एक ट्रिब्यूट है, जो हमारे साथ जुड़ी हुई हैं और आज गर्व से अपनी फैमिली इनकम में योगदान दे रही हैं।”
एक्ट्रेस इशिता राज भी इस इवेंट में मौजूद थी, उन्होंने कहा, “ऐसे समय में जब महिलाओं ने खुद को कमजोर समझ लिया था, ये देखना बहुत ही दिलचस्प है कि ऐसे पहल के चलते उन्होंने खुद को कैसे पॉवरफुल समझा।”
मास्क हमारी जिंदगी का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, और कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में एक इंपॉर्टेंट रोल अदा कर रहा है। जब से भारत में कोरोना वायरस नामक महामारी फैली है तब से डिजाइनर मनीष त्रिपाठी अपनी पहल “शहर से गांव तक” के तहत हजारों ग्रामीण महिलाओं को मास्क बनाना सिखा चुके हैं।
आपको बता दे कि यूपी सीएम आदित्यनाथ योगी इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को अंजाम देने के लिए और मास्क का अनावरण करने के लिए 2 जनवरी को लखनऊ में इस इवेंट का हिस्सा बनने वाले है।








