उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत वीरांगना नगरी के 10 बच्चों को योजना के तहत चयन का स्वीकृति पत्र गुरूवार को प्रदान किया गया । योजना का लाभ मिलने से कोरोना काल में अभिभावकों को खोने वाले बच्चों का पालन पोषण करने वाले परिवारों को इन बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए आर्थिक मदद प्रदान की जायेगी।
योजना का शुभारंभ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोक भवन लखनऊ में संयुक्त रूप से किया और कार्यक्रम का वर्चुअल प्रसारण सभी जिलों में किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को उक्त योजना लागू करने पर बधाई देते हुए कहा कि इस योजना से कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं संरक्षण करने में मददगार साबित होगी और ऐसे बच्चें शिक्षित होकर अपना भविष्य बना सकेगें।
योजना के शुभारम्भ अवसर पर श्री योगी ने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं देखरेख करने के लिए प्रतिमाह 4000/ रूपया दिया जायेगा और जिन बच्चों के कोई संरक्षक नहीं होगें ऐसे बालकों को अटल आवासीय विद्यालय तथा बालिकाओं को कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में प्रवेश दिलाकर उनकी पढ़ाई-लिखाई एवं खान-पान की व्यवस्था कराई जायेगी। इस अवसर पर प्रदेश में चयनित अनाथ एवं संकटग्रस्त 4050 बच्चों में से प्रतीकात्मक 10 बच्चों को स्वीकृत पत्र, स्कूल बैग, बड़े बच्चों को टेबलेट राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने प्रदान किये तथा बटन दबाकर ऐसे सभी बच्चों के खातों में तीन माह की धनराशि स्थानान्तरित की।
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जनपद झांसी में विकास भवन सभागार में उक्त कार्यक्रम का वर्चुअल प्रसारण किया गया। यहां अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत एवं विशिष्ट अतिथि राज्य महिला आयोग की सदस्य माननीय डा.कंचन जयसवाल ने आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने जनपद में कोरोना महामारी में अपने माता-पिता को खो चुके चयनित 100 बच्चों में से 10 अनाथ एवं सकंटग्रस्त बच्चों को विकास भवन सभागार में प्रतीकात्मक योजना के स्वीकृत पत्र प्रदान किये।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ़ जायसवाल ने उपस्थित सभी बच्चों को आश्वस्त किया कि आप सभी को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। आप अपने भविष्य के प्रति निश्चिंत रहे और अपनी शिक्षा दीक्षा को पूर्ण करते हुए परिवार और जनपद का नाम रोशन करें।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास शैलेष कुमार ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिये कि ऐसे अनाथ एवं संकटग्रस्त बच्चों के सम्बन्ध में निरन्तर जानकारी रखें और उन्हें सभी आवश्यक सेवायें प्रदान करें। उन्होने उपस्थित बच्चों की देखरेख करने वाले संरक्षकों से कहा कि बच्चों के सम्बन्ध किसी प्रकार की दिक्कत आने पर संबंधित विभाग के अधिकारी से यह सीधे हमारे कार्यालय पर आकर सम्पर्क करें। उन्होंने कहा कि अन्य संभ्रांतजन भी ऐसे बच्चों की सूचनाएं अवश्य प्रशासन को उपलब्ध कराएं ताकि उन्हें भी योजना अंतर्गत लाभान्वित किया जा सके। इस अवसर पर सीएमओ डा. जीके निगम,एसपी सिटी श्री विवेक त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी, बाल संरक्षण समिति के माननीय सदस्य, बच्चे व अभिभावक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षाविद डॉ नीति शास्त्री ने किया तथा कार्यक्रम में आए समस्त अतिथियों का आभार जिला प्रोबेशन अधिकारी नंद लाल ने किया।