जौनपुर। जिले में यूपी बोर्ड (UP Board) की परीक्षा के पहले दिन फ्रिस्किंग के दौरान हिजाब (Hijab) उतारने को लेकर एक विवाद खड़ा हो गया। हाईस्कूल की परीक्षा देने आई चार छात्राओं को हिजाब उतारने के लिए कहा गया, जिस पर उन छात्राओं ने विरोध किया और परीक्षा देने से मना कर दिया। इस घटनाक्रम में कुल 10 छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी।
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को हाईस्कूल की हिंदी परीक्षा प्रथम पाली में थी, जो खेतासराय स्थित मॉडर्न कॉन्वेंट स्कूल का सेंटर खुदौली स्थित सर्वोदय इण्टर कॉलेज में पड़ा था। परीक्षा केंद्र पर छात्रों की चेकिंग के बाद परीक्षा में बैठने के लिए प्रवेश दिया जाने लगा। इस दौरान स्कूल प्रशासन ने चार छात्राओं को हिजाब (Hijab) उतारने को कहा, क्योंकि उनका कहना था कि चेहरे को पहचानने के लिए चेकिंग जरूरी है। हालांकि, छात्राओं ने इसका विरोध किया और हिजाब उतारने से इंकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें परीक्षा देने से रोक दिया गया।
अभिभावक अहमदुल्लाह ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी। उनका कहना था कि उनके परिवार की 10 बच्चियों की परीक्षा थी, लेकिन हिजाब (Hijab) उतारने की बाध्यता के कारण पहले ही घर की 6 बच्चियां परीक्षा केंद्र नहीं गईं। इसके बावजूद, चार बच्चियां परीक्षा देने गईं, लेकिन परीक्षा केंद्र पर उनसे हिजाब उतारने को कहा गया। छात्राओं ने बिना हिजाब के परीक्षा में बैठने से इनकार कर दिया। अहमदुल्लाह के मुताबिक, उन्होंने महिला शिक्षक से चेकिंग कराने के बाद छात्राओं के हिजाब पहनकर परीक्षा कक्ष में बैठने की अनुमति मांगी, लेकिन स्कूल प्रशासन ने इससे मना कर दिया।
इन छात्राओं ने छोड़ा पेपर
परीक्षा से वंचित 10 छात्राओं में गुरैनी निवासी ज़ैनब, फातिमा, मरियम, नायमा (पुत्री अब्दुर्रहीम), उम्मेखौला, रुश्दा (पुत्री अहमदुल्लाह), ज़ुबिया (पुत्री अहमद वासीम), हुमैरा (पुत्री अहमद नईम), सिद्दीका (पुत्री अहमद शमीम), काशिफा (पुत्री तुफेल) शामिल हैं। उधर, विद्यालय प्रबंधक अनिल कुमार उपाध्याय ने कहा कि परीक्षा केंद्र पर बड़ी संख्या में मुस्लिम छात्राएं हिजाब उतारकर परीक्षा दे रही थीं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अटेंडेंस शीट से मिलान के लिए छात्राओं के चेहरे खुले होने जरूरी हैं, ताकि पहचान में कोई गड़बड़ी न हो। जब चार छात्राओं ने हिजाब उतारकर परीक्षा देने से मना कर दिया, तो वे वापस चली गईं।
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इस मामले पर प्रिंसिपल दिनेश गुप्ता ने बताया कि छात्राओं की चेकिंग महिला अध्यापक द्वारा की जा रही थी। 4 छात्राओं ने हिजाब पहना था और प्रवेश पत्र से मिलान के लिए उन्हें हिजाब उतारने को कहा गया। छात्राओं ने इस बात से इंकार कर दिया, जिसके बाद वे परीक्षा केंद्र से वापस चली गईं।