पुंछ। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर अक्सर संघर्षविराम का उल्लंघन करने वाले पाकिस्तान को भारतीय सेना ने करारा सबक सिखाया है। तत्तापानी क्षेत्र में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कम से कम 10 सैनिक मारे गए, जबकि कुछ घायल भी हुए हैं। सेना ने पाकिस्तान की कई चौकियां भी तबाह कर दीं।
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दरअसल, एलओसी पर मंगलवार सुबह करीब सात बजे पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के कृष्णा घाटी, मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए सेना की चौकियों के साथ ही रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर गोलाबारी शुरू की। मोर्टार भी दागे। पाकिस्तानी सेना की इस नापाक करतूत का भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया, जिसके चलते करीब तीन घंटे बाद दोनों तरफ से गोलाबारी थम गई।
गोलाबारी में मनकोट क्षेत्र के कई घरों को भी नुकसान पहुंचा और कई मवेशी भी घायल हो गए। अचानक गोलाबारी शुरू होने से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पनाह लेकर जान बचानी पड़ी। उधर, सेना की तरफ से पाकिस्तानी सेना की उन चौकियों पर मोर्टार बरसाए गए, जहां से गोलाबारी की जा रही थी। पाकिस्तानी चौकियों से धुएं का गुबार उठता हुआ देखा गया। जुलाई में एलओसी पर 47 बार गोलाबारी
जुलाई में पाकिस्तान ने एलओसी पर पुंछ, राजौरी, कुपवाड़ा और बारामूला जिलों में 47 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है। पाकिस्तानी गोलाबारी के बारे में ग्रामीणों का कहना है कि जब से अनुच्छेद 370 समाप्त हुआ है, तब से पाकिस्तानी सेना की तरफ से लगातार हर दिन गोलाबारी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इससे हम लोगों का जीवन कठिन हो गया है।
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अनुच्छेद 370 हटने की पहली वर्षगांठ से एक दिन पहले श्रीनगर-बारामूला हाईवे पर सैन्य वाहनों के काफिले को उड़ाने की आतंकी साजिश को सेना ने नाकाम कर दिया। मंगलवार सुबह तापर पट्टन इलाके में श्रीनगर-बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेना की 29 राष्ट्रीय राइफल्स की रोड ओपनिंग पार्टी ने गश्त के दौरान सड़क के किनारे एक आईईडी देखी, जिसे आतंकियों ने बड़े हमले को अंजाम देने के लिए लगा रखी थी। सतर्क जवानों ने तुरंत इसकी जानकारी बम निरोधक दस्ते को दी, जिसने इसे निष्क्रिय कर दिया।