महाकुम्भनगर: महाकुम्भ (Maha Kumbh) में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुम्भ के कोने कोने में श्रद्धालुओं को बेहतरीन उपचार की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। महाकुम्भ में सेंट्रल हॉस्पिटल के चिकित्सक पूरे उत्साह से मरीजों की देखभाल में लगे हैं। अभी तक 10 हजार से भी अधिक मरीजों का उपचार किया जा चुका है।
सेंट्रल की तरह सब सेंट्रल हॉस्पिटल में भी मरीजों की देखरेख शुरू
महाकुम्भ (Maha Kumbh) मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर महाकुम्भ के कोने कोने में श्रद्धालुओं को बेहतर उपचार की व्यवस्था की गई है। इसी क्रम में सेंट्रल हॉस्पिटल की ही तरह अरैल स्थित सेक्टर 24 में एक सब सेंट्रल हॉस्पिटल भी पूरी क्षमता से शुरू कर दिया गया है। यहां भी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती कर दी गई है। जिन्होंने देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं का विधिवत उपचार भी शुरू कर दिया है।
स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती
25 बेड वाला अरैल स्थित यह सब सेंट्रल हॉस्पिटल हाईटेक सुविधाओं से लैस है। यहां सेंट्रल हॉस्पिटल की ही तरह से मरीजों को उपचार की सुविधा मिलेगी। यहां पर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती भी कर दी गई है। सबसे खास बात यह है कि मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि महाकुम्भ के कोने कोने में श्रद्धालुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि महाकुम्भ में एक एक श्रद्धालु के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है। महाकुम्भनगर में यहां सेंट्रल हॉस्पिटल में सिर्फ साल के पहले ही दिन 900 मरीजों की ओपीडी की गई।
सेंट्रल हॉस्पिटल में कुम्भ और गंगा के बाद जमुना प्रसाद ने लिया जन्म
महाकुम्भनगर के सेंट्रल हॉस्पिटल में देश से ही नहीं विदेश से भी लोग स्वास्थ्य लाभ के लिए पहुंचने लगे हैं। यहां कुम्भ और गंगा के बाद जमुना प्रसाद ने भी जन्म ले लिया है। चिकित्सकों के अनुसार फतेहपुर निवासी दंपति सेंट्रल हॉस्पिटल पहुंचे थे, जिन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है।
दंपति अजय कुमार और पूजा ने इसे महाकुम्भ का आशीर्वाद मानते हुए जमुना प्रसाद नाम दिया है। डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि डॉक्टर जैस्मिन और सिस्टर इंचार्ज रामा ने यह सफल डिलीवरी कराई है। बच्चे का वजन 2.3 किलोग्राम है। चिकित्सकों के अनुसार बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है।