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‘IndiGo के 40 प्लेन हाईजैक करके VIP इलाके में क्रैश करा देंगे…,’ धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां एक्टिव

Indigo

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कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में 15 साल के एक छात्र ने धमकी दी की IndiGo के 40 प्लेन एक साथ हाईजैक करके देश के वीआईपी इलाके में क्रैश करा दिए जाएंगे। इस धमकी के बाद इंडिगो कंट्रोल रूम से देश के सुरक्षा एजेंसियों को सूचना दी गई। पूरे देश की सुरक्षा एजेंसियां एक साथ एक्टिव हो गईं। जब मोबाइल नंबर का पता लगाया गया तो पता चला यह नंबर यूपी के कानपुर का है।

कानपुर की क्राइम ब्रांच के डीसीपी सलमान ताज को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंप गई। उनकी कई टीमों ने इस नंबर का पता लगाने की कोशिश की। तो पता चला कानपुर के सेन पश्चिमपारा थाना इलाके के सुग्रीव नामक व्यक्ति का यह मोबाइल नंबर है। इसके बाद पुलिस की टीम वहां पहुंची और जांच शुरू की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ।

यह खुलासा ऐसा हुआ कि पुलिस के भी होश उड़ गए, क्योंकि धमकी देने वाला कोई और नहीं, बल्कि सुग्रीव का ही 15 वर्षीय बेटा था। सुग्रीव मूल रूप से कुशीनगर के रहने वाले हैं। इधर कुछ सालों से कानपुर में रहकर एक प्राइवेट फैक्ट्री में काम करते हैं। उनका बेटा हाई स्कूल का छात्र है।

पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो पता चला कि नााबलिग अपने मोबाइल पर इजरायल-हमास और यूक्रेन-रूस के युद्ध अक्सर देखा करता था। उसने यूट्यूब पर फ्लाइट से अमेरिका में हमले करने का वीडियो भी देखा था। इससे उसके मन में कई तरह के विचार आए थे। 11 जनवरी को अपने दोस्तों के साथ बैठा था, तभी उसने गूगल पर सर्च किया तो इंडिगो एयरलाइंस का कंट्रोल रूम का नंबर मिल गया। उसने गूगल पर मिले नंबर पर कॉल कर दिया कि IndiGo के 40 विमान को हाईजैक करके हम देश के वीआईपी इलाकों में क्रैश करके हमला करेंगे।

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डीसीपी सलमान ताज का कहना है, देश की सुरक्षा एजेंसी की तरफ से इस नंबर का इनपुट मिला था। उसके बाद जांच करके हमने एक 15 वर्षीय छात्र के खिलाफ आईपीसी धारा 506 के तहत एफआईआर दर्ज की है। उसके पिता एक प्राइवेट फैक्ट्री में नौकरी करते हैं। लड़के ने गूगल से नंबर सर्च करके इंडिगो एयरलाइंस में फोन किया था। वह चाहता था कि किसी तरह उसका नाम फेमस हो जाए, वह मोबाइल पर भी इसी तरह के वीडियो देखा करता था।

पुलिस ने इस मामले में नाबालिग को हिरासत में लेकर और भी जांच शुरू कर दी है। लेकिन लड़के की इस सोच और इस कारनामे से देश के परिजनों के सामने एक सवाल जरूर खड़ा हो गया है कि उनके बच्चे वीडियो में यूट्यूब पर किस तरह के वीडियो देखकर किस दिशा में अपने कदम बढ़ा रहे हैं।

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