नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह अप्रैल से अगस्त के दौरान बीमा कंपनियों द्वारा किए गए स्वास्थ्य बीमा दावों के भुगतान में कोविड-19 के इलाज से संबंधित खर्च का हिस्सा 11 प्रतिशत रहा है। पॉलिसीबाजार.कॉम द्वारा किए गए विश्लेषण में यह तथ्य सामने आया है। अध्ययन के अनुसार एक अप्रैल, 2020 से 31 अगस्त, 2020 के दौरान दौरान शेष 89 प्रतिशत दावे अन्य बीमारियों मसलन कैंसर, ह्दय रोग, गुर्दा और अन्य बीमारियों से संबंधित थे।
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अध्ययन में कहा गया है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों तथा इलाज के बढ़ते खर्च की वजह से आज अधिक से अधिक लोग इस अनिश्चित समय में स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी ले रहे हैं। पॉलिसीबाजार.कॉम ने कहा कि हमारे आंकड़ों के अनुसार इस अवधि में स्वास्थ्य बीमा के कुल दावों में से सिर्फ 11 प्रतिशत कोविड-19 से संबंधित थे। शेष अन्य प्रमुख बीमारियों से संबंधित दावे थे। अध्ययन में कहा गया है, कोविड-19 के डर से लोग आज स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी को प्राथमिकता दे रहे हैं। पहले कभी ऐसा देखने को नहीं मिला है।
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सिर्फ इस महामारी ही नहीं, अन्य बीमारियों से संरक्षण के लिए भी लोग स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी ले रहे हैं। इलाज के खर्च के बारे में कंपनी ने कहा कि यदि लंबे समय तक अस्पताल में रहना पड़े तो कोविड-19 के इलाज पर 10 लाख रुपये तक खर्च हो सकते हैं। किसी 32 साल के व्यक्ति के लिए 10 लाख रुपये की वृहद बीमा पॉलिसी की लागत सालाना 7,000 से 9,000 रुपये बैठेगी।