उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों के कल्याण के लिए कृतसंकल्प है और कोरोना महामारी के दौरान 12.13 लाख नए राशनकार्ड जारी किये गये।
खाद्य एवं रसद विभाग के अपर आयुक्त अनिल कुमार दुबे ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार गरीबों के कल्याण के लिए कृतसंकल्प है और उनका जीवन स्तर ऊपर उठाने तथा मुश्किल दौर में उनका ख्याल रखने के साथ समयबद्ध रूप से कल्याणकारी योजनाओं का लाभ गरीबों तक पहुँचाने के लिए सरकार निरन्तर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लाॅकडाउन अवधि में 12.13 लाख नए राशनकार्ड जारी किये गये, जिससे पात्र लाभार्थियों को कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों में खाद्यान्न प्राप्ति सुनिश्चित हुयी है।
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उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान गरीबों को निःशुल्क खाद्यान्न वितरण किया गया। कोरोना महामारी के कारण राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत माह अप्रैल से जून तक अंत्योदय श्रेणी तथा पात्र गृहस्थी के ऐसे कार्ड धारक जो मनरेगा जाॅब कार्ड धारक , श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण
श्रमिक एवं नगर निकाय में पंजीकृत दिहाड़ी मजदूरों को 08 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न निःशुल्क वितरित किया गया।
श्री दुबे ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशनकार्ड लाभार्थियों को माह अप्रैल से नवम्बर, तक 24 लाख मीट्रिक टन गेहूँ, 32.18 लाख मीट्रिक टन चावल तथा 2.68 लाख मीट्रिक टन चना का खाद्यान्न निःशुल्क वितरित किया गया। पीएमजीकेएवाई योजना के तहत 05 किलो खाद्यान्न प्रति यूनिट तथा एक कि चना प्रति राशनकार्ड वितरित किया गया।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत माह मई से अगस्त तक 7134.43 मीट्रिक टन गेहूँ तथा 4754.22 मीट्रिक टन चावल तथा 1060.49 मीट्रिक टन चना का खाद्यान्न निःशुल्क वितरित किया गया। आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत किया गया। वितरण ओ.टी.पी. के माध्यम से किया गया। आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत पांच किलो खाद्यान्न प्रति राशनकार्ड यूनिट तथा एक किलो चना प्रति राशनकार्ड वितरित किया गया।