उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन में बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में जुलाई के आखिरी हफ्ते तक करीब कॉर्पोरेशन के करीब 12 से ज्यादा इंजीनियरों को बर्खास्त किया जा सकता है। इनमें 5 लोगों पर जेल जाने का भी खतरा मंडरा रहा है।
इसमें ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के पूर्व एमडी एपी मिश्रा के करीबी बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में जांच की रिपोर्ट फाइनल होने वाली है। इस जांच में कई इंजीनियर्स पर भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए हैं।
क्या है मामला
मामला 2019 में शुरू हुआ था। जब उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन में दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के पीएफ घोटाले का मामला खुला। इस घोटाले में कॉर्पोरेशन के तत्कालीन एमडी रहे एपी मिश्रा का नाम भी सामने आया था। जांच के बाद एपी मिश्र को जेल भेज दिया गया था और उनके साथ काम करने वाले अन्य अफसरों और इंजीनियरों के खिलाफ जांच शुरू हो गई थी। इस जांच में 12 इंजीनियरों का नाम सामने आया है।
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कोर ग्रुप के 5 इंजीनियरों को हो सकती है जेल
एपी मिश्रा के कोर ग्रुप के सदस्य रहे 5 इंजीनियर्स पर जेल जाने का खतरा मंडराने लगा है। पावर कॉर्पोरेशन के एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि एक समय लखनऊ में नौ इंजीनियर ऐसे थे, जो एपी मिश्रा बहुत करीबी थे। उनको नौ रत्न कहा जाता था। उन्हीं में पांच लोगों पर तलवार सबसे ज्यादा लटकी हुई है। इन सबके पास पेट्रोल पंप से लेकर गुजरात तक में प्रॉपर्टी होने की बात सामने आ रही है। सपा सरकार जाने के बाद कई लोग प्रमोट होकर XEN से अधीक्षण अभियंता तक बन चुके है। अभी भी कई लोग ट्रांसमिशन से लेकर कई मजबूत जगहों पर जमे हुए है। कई अफसरों और इंजीनियर्स ने घोटाले की रकम से अपने रिश्तेदारों के नाम पर प्राॅपर्टी बना रखी है। इसके सबूत भी मिले हैं।