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श्रृंगवेरपुर धाम पर गंगा पर बनेगा 1200 मी लम्बा छह लेन पुल : मौर्य

उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी रामवनगमन मार्ग परियोजना में श्रृंगवेरपुर धाम पर गंगा नदी पर छह लेन का 1200 मीटर लम्बे पुल का निर्माण किया जायेगा।

सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरूवार को प्रयागराज में अयोध्या से चित्रकूट के बीच बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (रामवनगमन मार्ग) के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सभी सम्बंधित जिलो से आये हुए अधिकारियों व कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से कहा कि यह सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। भूमि अधिग्रहण में आने वाली अड़चनों को का समाधान सम्बंधित जिलाधिकारी मिल कर कर लें। भूमि अधिग्रहण के कार्यों में वन विभाग की अनापत्ति प्राप्त कर कार्य को आगे बढ़ाया जाये। सभी सम्बंधित विभाग मिलकर कार्य करें।

श्री मौर्य ने पत्रकारों से कहा कि राम वन गमन मार्ग अयोध्या से चित्रकूट तक ऐसे स्थल जहां पर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम द्वारा वनवास के दौरान विश्राम किया गया हो अथवा जिन स्थलों का महत्व राम वन गमन की दृष्टि से हो, उनको उक्त दोनों राष्ट्रीय राजमार्गाे से जोड़ने की कार्ययोजना है, जिसमें से 44 स्थलों का चयन कर लिया गया है।

उन्होने कहा कि मोहनगंज से जेठवारा-श्रृंगवेरपुर-मूरतगंज-महेवाघाट- राजापुर से चित्रकूट तक की लम्बाई 132.00 किमी को राजमार्ग संख्या-731ए के विकास एवं निर्माण के लिये चार पैकजों में बांटा गया है, जिसमें प्रथम पैकेज में मोहनगंज से औतारपुर की लम्बाई 35 किमी है। दूसरे पैकेज में औतारपुर से मूरतगंज की लम्बाई 29.682 किमी जिसमें श्रृंगवेरपुर धाम पर गंगा नदी पर 6 लेन 1200 मी लम्बा पुल का प्रस्ताव पारित है।

पैकेज तृतीय में मूरतगंज से महेवाघाट की कुल लम्बाई 48.068 है, इसे चार लेन चौड़ा किया जाना प्रस्तावित है। साथ ही इसमें मंझनपुर बाईपास एवं राजापुर बाईपास सम्मिलित है। पैकेज चतुर्थ में राजापुर से रायपुरा कुल लम्बाई 19.25 किमी है। इस प्रकार मोहनगंज से प्रारम्भ होकर चित्रकूट के निकट रायपुरा तक चारों पैकेजेज की कुल लम्बाई 132 किमी है, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 3300 करोड़ होगी। इस मार्ग के निर्माण कार्य को चरणबद्ध तरीके से आने वाले तीन वर्षों में पूर्ण किया जायेगा।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि यह कार्य समयबद्ध तरीक से पूरा कराया जायेगा, इससे अयोध्या से चित्रकूट तक आने जाने में श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। साथ ही रास्ते में पड़ने वाले धार्मिक स्थलों व भगवान श्रीराम से जुड़ी हुए धार्मिक स्थलों को इस राजमार्ग के साथ जोड़कर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही देश-विदेश से आने वाले राम भक्तों को अयोध्या से लेकर चित्रकूट के रास्ते में वनवास के दौरान भगवान राम द्वारा गये हुए स्थलों को देखने का सौभाग्य आसानी से प्राप्त होगा। यह राम वन गमन मार्ग बन जाने के उपरांत और तीव्र गति से विकास के कार्य होंगे, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के भी अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि विकास का रास्ता सड़कों से होकर ही जाता है। राम वन गमन मार्ग के तैयार हो जाने के बाद अयोध्या, प्रयागराज एवं चित्रकूट का भी विकास होगा।

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