नई दिल्ली| कोरोना महामारी के कारण स्कूल और कॉलेज बंद हैं। इसी कारण ऑनलाइन एजुकेशन सेक्टर में काफी बूम देखने को मिल रहा है। भारत में एजुकेशन टेक स्टार्टअप्स इस बदलाव का लाभ उठा रहे हैं। सिर्फ चार माह में 13 एजुकेशन स्टार्टअप्स ने निवेशकों से 71000 करोड़ रुपये (954 मिलियन डॉलर) जुटाए हैं।
सुशांत को दिया गया जहर, सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर किया बड़ा दावा
कोरोना संकट ने ऑनलाइन शिक्षा जगत में बड़ा बदलाव ला दिया है। एजुकेशन स्टार्टअप्स अपने पोर्टफोलियो को विस्तार देने के लिए नए और छोटे शिक्षा क्षेत्र की स्टार्टअप कंपनियों का अधिग्रहण कर रहे हैं। बायजू, वेदांतु और अनएकेडमी ने हाल के दिनों में कई तरह के अधिग्रहण किए हैं। इस साल, बायजू ने 300 मिलियन डॉलर में कोड प्रशिक्षण ऐप व्हाइटहैट जूनियर का अधिग्रहण किया। यह पांचवा अधिग्रहण है। इसी तरह, अनएकेडमी ने जुलाई में 50 मिलियन डॉलर में मेडिकल प्रवेश परीक्षा तैयारी कराने वाले स्टार्टअप प्रेपलैड को खरीदा था।
अंतिम टेस्ट मैच के चौथे दिन फील्डिंग करने के दौरान चोटिल हुये ओली पोप
मार्केट ट्रैकिंग फर्म रेडसीयर कंसल्टिंग के अनुसार, भारतीय ऑनलाइन शिक्षा बाजारा जिस रफ्तार से बढ़ रहा है वैसे में 2020 तक इस बाजार का आकार बढ़कर 3.5 अरब डॉलर होने की उम्मीद है। इसके साथ ही ऑनलाइन एप से पढ़ाई करने वाले छात्र एक साल में 4.5 करोड़ से बढ़कर नौ करोड़ पहुंच गए हैं। इसमें भुगतान और फ्री पढ़ने वाले शामिल हैं।