मिर्जापुर जिले में एक बैंक के लॉकर से 16 करोड़ के गहने गायब होने से हड़कंप मचा हुआ है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने बैंक के मैनेजर सहित तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और साजिश करने का मुकदमा कटरा कोतवाली में दर्ज किया है।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। एएसपी संजय कुमार ने बताया कि बैंक के लॉकर से धोखाधड़ी कर जेवरात निकालने के आरोप में उमेश शुक्ला, बैंक मैनेजर एसएन प्रसाद और डिप्टी बैंक मैनेजर चंद्रलोक पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
मनोज शुक्ला ने बताया कि उनके पिता और मां के नाम केनरा बैंक मिर्जापुर में एक लॉकर था। जिसमें जेवरात और व्यवसाय से जुड़े कागजात रखे थे। जिसकी कीमत करीब 16 करोड़ के आसपास थी. मनोज का कहना है कि वह चार भाइयों में सबसे छोटे है। पिता के बीमार होने पर उनकी सेवा करते हैं, और पिता उनके साथ ही रहते भी हैं।
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मनोज ने अपने बड़े भाई पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बड़े भाई उमेश शुक्ला ने पिता के फर्जी हस्ताक्षर करके बैंक मैनेजर की मिलीभगत से सारे जेवरात और कागज निकाल लिए हैं। मामला संज्ञान में आने के बाद एडिशनल एसपी संजय कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। जांच में जो भी मामला सामने आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित मनोज ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी तब हुई जब उनके पिता ने बैंक मैनेजर को 25 जून 2020 को पत्र लिखकर चारों बेटों के सामने लॉकर खोलने की बात कही। साथ ही लॉकर की चाभी चारों पुत्रों को दे दी जाए इसका भी उल्लेख किया। मनोज का आरोप है कि उनके बड़े भाई उमेश ने मैनेजर की मदद से 23 सितंबर 2020 को लॉकर से करोड़ों कीमत का सोना और गहने निकाल लिए। इस बात की जानकारी होने पर मनोज ने कटरा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। बताया जा रहा है कि मामला एक साल पुराना है। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।