सिरौलीगौसपुर, बाराबंकी। बदोसराय कस्बे की एक बाग में अचानक हुई कौवों की मौत से हड़कंप मच गया। वहीं वर्ल्ड फ्लू की आशंका के चलते ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गई है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन व पशु विभाग की टीमों ने जांच पड़ताल कर स्थिति का जायजा लिया है।
बदोसराय कस्बे में मुख्य चौराहे पर राजाराम गुप्ता होटल के पीछे मुरलीधर गुप्ता आदि की सागौन के पेड़ों की बाग में बीते कई दिनों से कौवों के मरने का सिलसिला चल रहा है।शुक्रवार को सुबह को कुछ ग्रामीण इस बाग में शौच के लिए गए थे । बाग मे दर्जनों कौवों के मृत शव को देखकर उनके होश उड़ गए। ग्रामीणों के बाग से बाहर आते ही कौवों के मरने की सूचना चारों तरफ फैल गई ।
बर्ड फ्लू की आशंका से लोग सहम गए। कौवों की मौत की सूचना मिलते ही वन क्षेत्राधिकारी रामनगर सुबोध कुमार शुक्ला के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की तो पाया कि बाग में करीब दो दर्जन कौवों के मृत अवशेष पड़े हुए हैं। इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों द्वारा पशु विभाग के अधिकारियों को दी गई। जिसके बाद मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के निर्देश पर डॉ. संजीव कुमार रस्तोगी उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सिरौलीगौसपुर के नेतृत्व में 3 सदस्य डॉक्टरों का जांच दल मौके पर पहुंचा और मृतकों की जांच कर नमूना सैंपल जांच के लिए भेज दिया। वहीं मृत कौवों को एकत्रित करवा कर वन विभाग की टीम ने दफन करवा दिया है।
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इस मौके पर सहायक वन क्षेत्राधिकारी दिलीप कुमार गुप्ता वन दरोगा मिश्रीलाल पशु चिकित्सक डॉ. नीरज गुप्ता पशुधन प्रसार अधिकारी अशोक कुमार आदि मौजूद रहे। इस संबंध वन क्षेत्राधिकारी सुबोध कुमार शुक्ला ने बताया की पशु विभाग के अधिकारियों द्वारा सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कौवों के मरने की स्थिति का पता चल पाएगा। कि इनकी मौत किन कारणों से हुई है। किसी को भी भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है।
निशाद भेजे गये सैंपल
8 जनवरी को बदोसराय कस्बे के पास सागौन की बाग में 17 कौवे मृत पाये गये, जिसके संबंध में निर्धारित प्रोटोकॉल के अन्तर्गत मुख्य पशु चिकित्साधिकारी बाराबंकी से संपर्क स्थापित कर 3 डॉक्टरों का पैनल गठित कराकर सैम्पल एकत्र कराकर निशाद संस्थान भोपाल भेजने की कार्यवाही की गयी हैं। इनमें बर्ड फल्यू की पुष्टि अभी नहीं की जा सकती है । इसकी सम्पूर्ण सूचना वन मुख्यालय को भेजी जा चुकी है।