रामपुर। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल रामपुर शाखा ने प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी मिश्रा के नेतृत्व में पिछले कई माह से संकेतिक बंदी,धरना प्रदर्शन,ध्यानाकर्षण,पोस्टकार्ड प्रेक्षण सरीखे के तरीकों से मंडी शुल्क समाप्ति के प्रयासों की सफलता न मिलने पर 21 से 26 सितंबर मंडी बंदी का ऐलान किया है जिसको लेकर रामपुर जिला अध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा के नेतृत्व में व्यापारी वर्ग मंडियां बंद कर प्रदर्शन कर रहे हैं और मंडी शुल्क शून्य की मांग कर रहे हैं।
उसी संबंध में कलेक्ट्रेट पर व्यापारियों ने प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र शर्मा ने कहा कि कल मंडी सचिव को ज्ञापन दिया था जो कि मंडी निदेशक के लिए था आज मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के लिए जिलाधिकारी के माध्यम ज्ञापन दिया गया है।
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जिसमें मुख्य बात यह है कि मंडियों के भीतर ढाई परसेंट शुल्क चल रहा है कि मंडी छोड़ो और बाहर किसी तरह का कोई कार्य शुल्क नहीं है। इससे तो सारा व्यापार मंडी का समाप्त हो जाएगा,जो कि यह काम पीढ़ियों से कर रहे हैं। तो ऐसा भेदभाव, ऐसी विसंगति क्यों ऐसा अन्याय क्यों हैं है।
मंडी के अंदर भी शून्य होना चाहिए और बाहर भी। आज तक की स्थिति यह थी कि मंडी के बाहर इतना अधिक जुर्माना था कि मंडी के बाहर कोई काम भी नहीं कर सकता था।
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जबकि हमारे लिए प्रतिबंधित है कि हमें मंडी के भीतर ही काम करना है किराये की दुकान लेनी है मंडी राजस्व देना है सारा काम करना है आज उसके विपरीत कर दिया कि अंदर वाले टैक्स देंगे बाहर वाले कोई टैक्स नहीं देंगे। इसलिए मांग की है यह बड़ा अन्याय और अत्याचार हो रहा है जिसको व्यापारी समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।