नई दिल्ली। दिल्ली-NCR में लिफ्ट रुकने या अटकने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कभी किसी सोसाइटी में लिफ्ट अटक जाती है तो कभी किसी कंस्ट्रक्शन साइट पर लिफ्ट टूटकर गिर जाती है। इन हादसों में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। ताजा मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट के थाना बिसरख कोतवाली क्षेत्र का है। यहां मंगलवार को लॉ रेजिडेंशियल सोसायटी में लगीं दो लिफ्ट अचानक से अटक गईं। लिफ्ट (Lifts) के अंदर आठ स्कूली बच्चे सहित 12 लोग मौजूद थे। सभी के सभी लिफ्ट में ही फंस गए। लिफ्ट सेंकड और थर्ड फ्लोर पर अटकी थी। 35 मिनट बाद सोसाइटी के लोगों ने सभी को बाहर निकाला।
लॉ रेजिडेंशियल सोसायटी निवासी व लिफ्ट में बच्चों के साथ फंसे पंकज कुमार ने बताया कि दो अलग-अलग लिफ्ट में स्कूली बच्चे अपने परिजनों के साथ आधे घंटे से अधिक समय तक अंदर फंसे रहे। लिफ्ट के अटकने के दौरान इमरजेंसी बटन भी काम नहीं कर रहा था। पंकज कुमार ने बताया कि दो अलग-अलग लिफ्टों (Lifts) में कुल 12 लोग फंसे थे। यह दोनों लिफ्ट दूसरे और तीसरे फ्लोर पर आकर अटकी थीं।
मेंटेनेंस वर्कर ने कॉल रिसीव नहीं की
पंकज कुमार ने बताया कि लिफ्ट मेंटेनेंस वर्कर को कई बार कॉल किया गया, लेकिन कॉल पिक नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने लिफ्ट रुकने की सूचना सोसाइटी के वॉट्सऐप ग्रुप पर भेजी।
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जानकारी होते ही सोसाइटी के अन्य लोगों ने लिफ्ट को खोलने का प्रयास किया। लाइट चली जाने के कारण लिफ्ट अटकी थी। जब लाइट आई, तब जाकर अंदर फंसे लोगों और स्कूली बच्चों को बाहर निकाला गया।
BJP विधायक ने ‘लिफ्ट कानून’ बनाने की मांग की
बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कई बार लिफ्ट अटकने और रुकने के मामले सामने आए हैं। इसके बाद भी इसको लेकर जिला प्रशासन और RWA कोई ठोस कदम नहीं उठाता है। बिल्डर भी इससे पल्ला झाड़ लेते हैं। गौतम बुद्ध नगर की जेवर विधानसभा सीट से विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने लिफ्ट कानून बनाए जाने की मांग विधानसभा में की थी। सरकार भी इन हादसों को लेकर गंभीर है।