नई दिल्ली| सितंबर में आयोजित होने वाले जेईई मेन एग्जाम के दूसरे फेज में इंजीनियरिंग कोर्सेज (बीई/बीटेक) के लिए हुए रजिस्ट्रेशन में जनवरी जेईई मेन के मुकाबले 21 फीसदी की कमी आई है। एक्सपर्ट्स को लगता है कि इस कमी की वजह देश भर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले और महामारी के बीच परीक्षा में बैठने को लेकर छात्रों में डर है।
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2019 से जेईई मेन परीक्षा वर्ष में दो बार जनवरी और अप्रैल माह में हो रही है। इस वर्ष कोविड-19 महामारी के चलते अप्रैल सत्र में होने वाली जेईई मेन परीक्षा सितंबर में आयोजित हो रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के कारण रजिस्ट्रेशन में बमुश्किल ही कमी आई हो क्योंकि जेईई फेज 2 के ज्यादातर रजिस्ट्रेशन देश में महामारी फैलने से पहले हो चुके थे।
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सिन्हल क्लासेज़ कोचिंग इंस्टीट्यूट के एमडी सुधांशु सिन्हल ने कहा, ‘पिछले वर्ष जनवरी जेईई मेन में अच्छा स्कोर हासिल करने वाले छात्र भी जेईई एडवांस्ड की अच्छी तैयारी व प्रैक्टिस के मकसद से अप्रैल जईई मेन में बैठे थे। लेकिन इस वर्ष महामारी के चलते बहुत से स्टूडेंट्स ऐसा चांस नहीं लेना चाहेंगे।’