• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

’21’ से पूरा होगा ‘2022’ का मिशन, जानें क्या है मोदी का मास्टरस्ट्रोक

Writer D by Writer D
22/12/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, ख़ास खबर, राजनीति, लखनऊ
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने अभी से ही सियासी समीकरणों को साधना शुरू कर दिया है। कृषि कानूनों और आंदोलन से उपजे किसानों की बची-खुची नाराजगी दूर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा दांव खेला है।

उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्र की मोदी सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने का प्रस्ताव लाकर एक तरह से आधी आबादी को भाजपा की तरफ फिर से मोड़ने की कोशिश की है। भाजपा नीत केंद्र सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र अब 21 साल करने का फैसला किया है। इसे कानूनी रूप देने के लिए सरकार ने बाल विवाह संशोधन विधेयक भी पेश कर दिया है, जिसे अब संसद की स्टैंडिंग कमेटी यानी स्थायी समिति के पास भेज दिया गया है। माना जा रहा है कि यूपी चुनाव तक भाजपा इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहती है, ताकि इसका फायदा चुनावों में मिल सके।

हालांकि, यह भी हकीकत है कि जब से केंद्र सरकार लड़कियों के विवाह की आयु 21 साल करने का प्रस्ताव लाई है, तब से ही इसका विरोध हो रहा है। यूपी चुनाव को ध्यान में रखते हुए मुख्य विपक्षी पार्टियां तो सीधे तौर पर खुलकर आलोचना भी नहीं कर रही, मगर अंदर ही अंदर इसका विरोध जरूर कर रही हैं। खुद अखिलेश यादव ने भी इसे मौन स्वीकृति दे दी है। मगर यहां यह भी ध्यान रखने वाली बात होगी कि इस प्रस्ताव का सबसे अधिक विरोध मुस्लिम संगठन या मुस्लिम नेता ही कर रहे हैं। फिर भी बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक, 2021 को संसद की स्थायी समिति के पास भेजने के फैसला किया है। इसमें महिलाओं की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष करने का प्रस्ताव है। लोकसभा में इस बिल को पेश करने के बाद विचार-विमर्श और सिफारिशों के लिए इसे स्थायी समिति के पास भेजने का प्रस्ताव रखा गया।

हंगामे की भेंट चढ़ा शीतकालीन सत्र, राज्यसभा-लोकसभा अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित

लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने वाले बिल को लेकर विपक्ष इतना भी हाय तौबा नहीं मचा रहा है, जैसा कि उसने कृषि कानूनों और तीन तलाक कानून के वक्त किया था। बावजूद इसके मोदी सरकार ने सॉफ्ट कॉर्नर दिखाते हुए बड़ी सहजता से इसे संसद की स्थायी समिति के पास भेज दिया। सरकार के इस स्टैंड से साफ दिख रहा है कि सरकार किसी भी कीमत पर इस बिल को विपक्ष का चुनावी हथकंडा बनने नहीं देना चाहती। सरकार नहीं चाहती है कि विपक्ष को कृषि कानूनों की तरह इसे संसद से लेकर सड़क तक मुद्दा बनाने का मौका मिले।

मोदी सरकार के अब तक के कार्यशैली से यह सबको मालूम है कि जब सरकार कोई बिल लाती है तो उसे पास कराने के लिए लंबा इंतजार नहीं करती। सरकार चाहती तो इस 21 साल शादी वाले बिल को मौजूदा शीतकालीन सत्र में ही पास करा लेती, क्योंकि संसद का शीतकालीन सत्र 23 दिसंबर तक चलेगा। मगर सरकार ने ऐसा न करके इसे स्थायी समिति के पास भेजने का फैसला किया। सरकार के इस कदम के पीछे यूपी चुनाव का मकसद भी समझ आता है। क्योंकि यूपी चुनाव में अभी कुछ महीने बाकी हैं, ऐसे में लगता है कि सरकार अभी इसे पास कराकर इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में नहीं डालना चाहती थी।

पूर्व सीएम की जीभ काटने पर इनाम का ऐलान, BJP ने नेता को किया निष्कासित

राजनीतिक जानकारों की मानें तो सरकार ने मौजूदा सत्र में इस बिल को पास न कराने का फैसला यूपी चुनाव को लेकर ही लिया होगा। मोदी सरकार इस बिल को यूपी चुनाव का अहम रणनीति का हिस्सा मानती है और इसके जरिये यूपी फतह का सपना देख रही है, क्योंकि चुनाव तक भाजपा इस मुद्दे को जीवित रखना चाहती है। सूत्रों की मानें तो यूपी चुनाव से ठीक पहले बजट सत्र के दौरान मोदी सरकार फिर से सदन में 21 साल वाले शादी के बिल को बहस के लिए लेकर आ सकती है। इसके बाद इस बिल पर बजट सत्र के दौरान ही कानूनी मुहर लगाकर यूपी के चुनाव में इस हथियार का इस्तेमाल करेगी। सूत्रों का कहना है कि चुनाव से ठीक पहले पास कराने में सरकार को अधिक फायदा दिख रहा होगा, वनिस्पत अभी के सत्र में।

भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में भी महिला वोटरों को साधने के लिए विशेष फोकस की हुई है। पूर्व के चुनावों में भी महिला मतदान बीजेपी के लिए निर्णायक साबित हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, पिछले छह वर्षों में, महिलाएं बड़ी संख्या में भाजपा को वोट देने के लिए सामने आई हैं और इसके परिणामस्वरूप, साल 2014, 2017 और 2019 में भाजपा ने महिला समर्थन से सबसे बड़ी जीत हासिल की है। उत्तर प्रदेश में मतदाताओं के रूप में महिलाओं की भागीदारी में अहम वृद्धि हुई है। पिछले तीन दशकों में महिलाओं के वोट में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2017 में महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले अधिक था। 2017 में पुरुषों का वोट फीसदी 60 तो महिलाओं का 63 फीसदी था।

चुनाव आयोग के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में करीब 14 करोड़ 51 लाख मतदाता हैं। इसमें से 7।85 करोड़ पुरुष और 6।66 करोड़ महिलाएं हैं। एक तरह से देखा जाए तो 45 फीसदी महिला वोटर हैं। यही वजह है कि भाजपा लड़कियों के मुद्दे पर पार्टियां महिला वोटरों को साधने की कोशिश में जुटी है। इसकी एक वजह यह भी है कि प्रियंका गांधी लड़की हूं लड़ सकती हूं के नारे के साथ महिला वोटरों को साधने में जुटी हुई हैं। ऐसे में भाजपा के लिए लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने का फैसला यूपीप चुनाव के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है।

Tags: cm yogiLucknow Newspm modipolitical newsUP Assembly Election 2022up newsUP PoliticsYogi News
Previous Post

वैष्णो देवी मंदिर के पास लगी भीषण आग, श्राइन बोर्ड ने दी ये जानकारी

Next Post

Omicron के बढ़ते केस पर केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट, पीएम मोदी ने बुलाई बैठक

Writer D

Writer D

Related Posts

Sonam confessed to the crime of murdering Raja Raghuvanshi
Main Slider

‘हां, मैंने ही मर्डर करवाया…’, सबूत देख टूट गई सोनम, रोते-रोते SIT की पूछताछ में कुबूला

11/06/2025
Laxman Singh
Main Slider

दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस ने किया आउट, राहुल गांधी के खिलाफ की थी टिप्पणी

11/06/2025
cm yogi
Main Slider

दुनिया का कोई मत, मजहब और संप्रदाय बताए कि पांच हजार वर्ष का इतिहास कितनों का हैः योगी

11/06/2025
Rahul Gandhi wrote a letter to PM Modi
राष्ट्रीय

राहुल गांधी ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी, छात्रवृत्ति को लेकर कही ये बात

11/06/2025
Andhra Pradesh government delegation meets AK Sharma
उत्तर प्रदेश

शिवरी और ईवी वीकल्स बढ़ा रहे लखनऊ नगर निगम की शान, आंध्र प्रदेश सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने की तारीफ

11/06/2025
Next Post

Omicron के बढ़ते केस पर केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट, पीएम मोदी ने बुलाई बैठक

यह भी पढ़ें

Satyendra Jain

तिहाड़ जेल के बाथरूम में गिरे सत्येंद्र जैन, DDU हॉस्पिटल में एडमिट

25/05/2023
बाल विवाह

दुल्हन साढ़े 15 वर्ष की दुल्हा साढ़े 31 साल का, बालिका वधु बनने से बची

24/07/2020
Nawab Singh

कन्नौज रेप केस: नवाब सिंह की बढ़ी मुश्किल, पीड़िता से मैच हुआ DNA सैंपल

02/09/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version