छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में 20 और जवानों के शव बरामद किए गए हैं। सूबे के डीजी डीएम अवस्थी ने इस बात की पुष्टि की है। अबतक कुल 22 शव बरामद किए गए हैं। अब भी एक जवान लापता है। कुल 31 जवान घायल हैं। इस साल का सबसे बड़ा नक्सली हमला है।
शनिवार को इस हमले में नक्सलियों ने देसी रॉकेट लॉन्चर और एलएमजी का इस्तेमाल किया था। सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की सबसे मजबूत गढ़ बीजापुर में यह ऑपरेशन चलाया था। नक्सलियों के विरुद्ध अभियान नक्सलियों के सबसे बड़े पीपुल्स लिबरेशन ग्रुप आर्मी प्लाटून वन में से एक हिडमा के गढ़ में था।
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सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस को खबर थी कि नक्सलियों का बड़ा दुर्दांत कमांडर हिडमा इस हमले से ही 1 किलोमीटर की दूरी पर पोवर्ती गांव में है। जिसके बाद सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया था।
सुरक्षाबलों पर यह हमला नक्सलियों के संगठन पीपुल्स लिबरेशन ग्रुप आर्मी प्लाटून वन की यूनिट ने किया है जिसका नेतृत्व हिडमा ही करता है। सुरक्षाबलों को भी इस ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली है और नक्सल काडर के 15 नक्सली मारे गए हैं, लेकिन जैसे ही अंदर सुरक्षा बल जा रहे थे नक्सलियों ने उनपर हमला कर दिया।
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नक्सलियों ने तीन तरीके से सुरक्षाबलों पर हमला किया। पहला बुलेट से, दूसरा नुकीले हथियारों से और देसी रॉकेट लॉन्चर से करीब 200 से 300 नक्सलियों का समूह सुरक्षाबलों की टुकड़ी पर टूट पड़ा था। नक्सलियों के इस अंतिम गढ़ में सुरक्षा बलों का ऑपरेशन अब भी जारी है और कुछ ही देर में डीजी सीआरपीएफ वहां पहुंचेंगे इसके अलावा प्रदेश और केंद्रीय यूनिट से सुरक्षा बल भी पहुंचेंगे और इस अभियान में तेजी लाएंगे।
इससे पहले DG CRPF ने बताया था कि 12 से 15 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने अब तक ढेर किया है। 20 नक्सलियों के घायल होने की खबर है। नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन जारी है। मारे गए नक्सलियों में एक महिला नक्सली भी शामिल है।