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टीआरपी गेम जोन में लगी आग में अबतक 9 बच्चों समेत 24 की मौत, रेसक्यू ऑपरेशन जारी

Game Zone

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राजकोट। गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेम जोन (TRP Game Zone) में भीषण आग लगने से 24 लोगों की मौत हो गई है। इसमें 9 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने 24 मौत की पुष्टि की है। 24 मृतकों मे 9 बच्चे भी शामिल हैं।

सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंची है। रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी है। वहीं, बच्चों समेत कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। आग कैसे लगी इसकी कोई जानकारी नहीं है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने जताया दुख

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजकोट अग्निकांड को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की है। उन्होंने लिखा, गुजरात के राजकोट में एक गेमिंग जोन (Game Zone) में आग लगने की दुर्घटना में लोगों की मौत के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदना उन परिवारों के प्रति है, जिन्होंने छोटे बच्चों सहित अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं ईश्वर से बचाए गए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

राजकोट में आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं: PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राजकोट गेमिंग जोन में लगी आग को लेकर X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की है। उन्होंने लिखा, राजकोट में आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के लिए प्रार्थना। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है।

राजकोट में आग की त्रासदी दिल दहला देने वाली: गुजरात के मुख्यमंत्री

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस मामले को लेकर एक और पोस्ट की है। उन्होंने कहा, राजकोट में आग की त्रासदी दिल दहला देने वाली है। मैं इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों और उनके परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

राजकोट में गेम जोन में लगी भीषण आग, 22 की मौत, कई फंसे

राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देगी। यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि ऐसी घटना दोबारा न हो। इसमें कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस संबंध में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।

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