लखनऊ। प्रदेश में एक्टिव कोरोना (Corona) मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। बृहस्पतिवार को 24 नए मरीज मिलने से एक्टिव मरीजों को कुल संख्या 134 हो गई। बुधवार को एक्टिव मरीजों की संख्या 110 थी। ऐसे में सभी जिलों में कोविड जांच का दायरा बढ़ाकर हर दिन 50 हजार सैंपल करने के निर्देश दिए गए हैं। अभी रोजाना करीब 34 हजार सैंपल की जांच हो रही है।
गौरतलब है कि होली के बाद से प्रदेश में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। बृहस्पतिवार को लखनऊ में आठ और गौतमबुद्धनगर व गाजियाबाद में पांच-पांच नए मरीज मिले हैं। वहीं, अन्य जिलों में एक से दो मरीज मिले हैं। गौतमबुद्धनगर में एक्टिव केस की संख्या 30 और लखनऊ में 21 है।
पूरे प्रदेश में कुल एक्टिव मरीज 134 हैं। इसमें 10 मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। संचारी रोग निदेशक डॉ. एके सिंह ने बताया कि सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को बुखार के मरीजों की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। रैपिड रिस्पांस टीम को भी सक्रिय कर दिया गया है। मरीज के पॉजिटिव पाए जाने पर उनकी निगरानी की जा रही है।
कोरोना (Corona) का ग्राफ लगातार बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग में भी अलर्ट पर है। अस्पतालों की ओपीडी में लक्षण वाले सभी मरीजों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जो भी केस पॉजिटिव आ रहा है उसका नमूना जीनोम सिक्सेविग कराने के निर्देश दिए गए हैं ताकि यह पता चल सके यह कोविड का कौन सा वैरिएंट हैं। सीएमओ जरिए सभी अस्पतालों को सर्तक रहने संग जीवन रक्षक उपकरणों को ठीक रखने को कहा गया है।
एग्जाम पेपर में मार्किंग के दौरान भिड़े तालिबान के मंत्री, हाथापाई में एक का टूटा हाथ
सरकारी अस्पतालों में सर्दी-जुखाम व बुखार की शिकायत लेकर बड़ी तादाद में मरीज आ रहे हैं। हर अस्पताल की ओपीडी में करीब 150-200 मरीज हर दिन इलाज के लिए अस्पतालों की ओपीडी में आ रहे हैं। डॉक्टर अभी तक इसे वॉयरल फीवर मानकर कोविड की जांच नहीं करवा रहे थे। बिना जांच कोविड प्रसार बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही थी। अस्पतालों में ऑपरेशन वाले मरीजों की डॉक्टर कोविड जांच करवा रहे थे। कोविड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लक्षण वाले सभी मरीजों की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर सभी अस्पताल प्रभारियों को पत्र भेजा गया है। अधिक से अधिक मरीजों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जो भी मरीज पॉजिटिव आ रहे हैं उनका नमूना जीनोम सिक्वेसिंग भी कराने को कहा गया है। सीएमओ डॉ. मनोज के मुताबिक, सभी अस्पताल प्रभारियों को पत्र भेजकर अधिक से अधिक जांच कराए जाने को कहा गया है।
जीवनरक्षक उपकरण ठीक रखने के निर्देश
सरकारी अस्पतालों में लगे जीवन रक्षक उपकरणों को फिर से ठीक कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। वेंटीलेटर समेत दूसरे उपकरण व ऑक्सीजन की उपलब्धता बेहतर रखने को कहा गया है। इसे लेकर जल्द ही मार्कडिल भी कराई जाएगी।