कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर में दो तीन जुलाई की रात हुए बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के खंजाची जय बाजपेई से नजदीकियां रखने वाले तीन पुलिस उप निरीक्षकों को निलंबित कर दिया गया।
बिकरू कांड के बाद पुलिस की धूमिल छवि को सुधारने की कवायद में पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने मुठभेड़ में मारे गए आरोपी विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के साथ तीन पुलिसकर्मियों के संबंधों की जानकारी होने पर गुरूवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।
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गौरतलब है कि बिकरू कांड के बाद से पुलिस लग रहे आरोपों से धूमिल हुई छवि को सुधारने के लिए कुछ दिन पहले ही आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा था कि कोई भी पुलिसकर्मी किसी भी अपराधी से ना तो कोई संबंध रखें और ना ही उनके कार्यक्रमों में जाए अगर ऐसा करते हुए कोई भी पुलिसकर्मी पाया जाता है तो उस पर विभागीय कार्रवाई निश्चित तौर पर की जाएगी।
इसी दौरान श्री अग्रवाल को सूचना मिली कि जय कांत बाजपेई के थाना नजीराबाद के अंतर्गत ब्रह्मनगर स्थित मकान में उप निरीक्षक राजकुमार,उप निरीक्षक उस्मान अली और उप निरीक्षक खालिद निवास कर रहे हैं और इस मकान का विवाद कानपुर विकास प्राधिकरण में भी लंबित है जिसके बाद आईजी ने क्षेत्राधिकारी नजीराबाद गीतांजलि के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी के आदेश दिए। छापेमारी में तीनों ही उपनिरीक्षक जय कांत बाजपेई के विवादित मकान में पाए गए जिसके बाद आईजी कानपुर में तत्काल प्रभाव से तीनों ही उपनिरीक्षक को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं।
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श्री अग्रवाल ने बताया कि जयकांत बाजपेई के विवादित मकान पर जब छापेमारी करी गई तो मौके पर तीन पुलिसकर्मी निवास करते हुए पाए गए जिसमें उप निरीक्षक राजकुमार,थाना कर्नलगंज, उस्मान अली थाना अनवरगंज व उप निरीक्षक खालिद थाना रायपुरवा में पोस्टेड है जबकि जय बाजपेई व उसके अन्य साथियों पर गैंगेस्टर एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही की जा चुकी है तथा बिकरू कांड में भी यह अभियुक्त है।
तीनों पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर विभागीय कार्यवाही करने के आदेश दिये गये हैं तथा उक्त मकान तत्काल प्रभाव से खाली करने के भी निर्देश दिये गये हैं।