ढाका। बांग्लादेश (Bangladesh) में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद हिंदू अल्पसंख्यकों और उनके मंदिरों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। पिछले दो दिनों के भीतर मैमनसिंह और दिनाजपुर में हिंदू मंदिरों की आठ मूर्तियों को खंडित करने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वहीं, शुक्रवार को संसद में विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि इस साल बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के 2200 से ज्यादा ऐसे केस सामने आ चुके हैं।
‘डेली स्टार’ न्यूज पेपर की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश पुलिस ने एक मंदिर में तोड़फोड़ के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मैमनसिंह के हलुआघाट उप-जिले में बृहस्पतिवार और शुक्रवार की सुबह दो मंदिरों की तीन मूर्तियों को खंडित कर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि लुआघाट पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी (ओसी) अबुल खैर ने कहा कि शुक्रवार तड़के उपद्रवियों ने हलुआघाट के शाकुआई संघ स्थित बोंदरपारा मंदिर की दो मूर्तियों में तोड़फोड़ की। इस मामले में अभी तक कोई केस दर्ज नहीं किया गया है और न ही किसी की गिरफ्तारी हुई है।
इसके अलावा, उपद्रवियों ने गुरुवार की तड़के एक अन्य घटना में हलुआघाट के बेलडोरा संघ में पोलाशकंद काली मंदिर में एक मूर्ति खंडित कर दी। पुलिस ने शुक्रवार को पोलाशकंद गांव के 27 वर्षीय एक शख्स को कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया है। ओसी अबुल खैर ने कहा कि गिरफ्तार किए गए अलालउद्दीन ने पूछताछ के दौरान अपना अपराध कबूल कर लिया। इससे पहले गुरुवार को पोलाशकंद काली मंदिर समिति के अध्यक्ष सुवाश चंद्र सरकार ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
दूसरी तरफ, भारत में संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार से जुड़े एक सवाल का विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने लिखित जवाब दिया।
उन्होंने बताया कि इस साल बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के 2200 से ज्यादा ऐसे केस सामने आ चुके हैं। पाकिस्तान और बांग्लादेश को छोड़ दें तो अन्य किसी पड़ोसी देश में हिंदुओं पर अत्याचार नहीं हुआ। इन घटनाओं को लेकर भारत सरकार ने बांग्लादेशी सरकार को संदेश दिया है कि वे अपने देश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें।