लखनऊ। प्रदेश के 32 निजी आईटीआई संस्थानों को प्रवेश प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है। इन्हें डिबार किया गया है। पिछले दो वर्षों में दाखिले न होने के कारण यह फैसला लिया गया है। राज्य व्यवसायिक शिक्षा परिषद की ओर से इनकी सूची जारी की गई है।
संयुक्त निदेशक आईटीआई एससी तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इनके साथ ही 5 आईटीआई कॉलेजों को मानक पूरे न होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ये पांच संस्थान कानपुर नगर, कानपुर देहात और औरैया के हैं।
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इस सूची में लखनऊ के एमए एकेडमी, माइक्रोसॉफ्ट कम्प्यूटर सेंटर, डाटाट्रैक्स कम्प्यूटर सेंटर प्राइवेट आईटीआई, जीटेक प्राइवेट आईटीआई और मंगलम इंफोटैक आईटीसी शामिल हैं।
अन्य में साकेत इंडस्ट्रीयल आईटीआई प्रतापगढ़, पीएस इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर बुलंदशहर,नंदलाल सरोजनी देवी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर मुजफ्फरनगर, खुशी राम त्यागी मेमोरियल ट्रेनिंग सेंटर सहारनगर, केशव आईटीआई प्रतापगढ़, एचकेटी आईटीसी गाजियाबाद, विजय लक्ष्मी आईटीसी जौनपुर, राष्ट्रीय प्राइवेट आईटीसी अमरोहा, श्री आदित्य नारायण सिंह प्राइवेट आईटीसी वाराणसी,अजय राज सिंह प्राइवेट आईटीसी प्रयागराज, श्री विघ्ननेश्वर प्राइवेट आईटीआई प्रयागराज, गजराज सिंह संस्थान जौनपुर, आकाश प्राइवेट आईटीआई बरेली, जेपी मेमो हॉस्पिटल एंड पैरामेडिकल जौनपुर, सीएसपी सिंह इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर बुलंदशहर, तीर्थ विकास ट्रस्ट प्राइवेट आईटीआई मथुरा समेत अन्य शामिल हैं।