उत्तर प्रदेश की इटावा जिला जेल से कोरोना काल में पैरोल पर रिहा किये गये कैदियों में से 38 कैदी फरार होने से हडकंप मचा है।
इटावा जिला जेल के अधीक्षक राजकिशोर सिंह ने बताया कि कोरोना काल में जेल से पैरोल पर रिह किये गये कैदियो में से 38 कैदियो को कोई पता नहीं लग रहा है । इन सभी की खोज के लिए जेल प्रशासन की ओर से जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है ।
उन्होंने बताया कि जिनकी अपराधी प्रवृति की होती है ,उनको सुधारने के चाहे जितने प्रयास किए जाएं, लेकिन वह सुधरते नहीं हैं। कोरोना काल में सात साल से कम सजा वाले सजायाफ्ता अपराधियों को कोरोना काल में घर पर रहने के लिए निर्धारित समय तक के लिए पैरोल पर जेल से मुक्त किया गया था। समयावधि बीतने के बावजूद अभी तक 38 कैदी लापता हैं। प्रशासन इनकी तलाश में सक्रिय हो गया है।
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गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के व्यापक रूप को देखते हुए उच्चतम न्यायालय ने ऐसे कैदियों को शुरू में आठ सप्ताह यानी करीब दो माह के लिए मुक्त करने का निर्देश दिया । इसके तहत शासनादेश जारी होने पर जिलाधिकारी के निर्देश जेल प्रशासन ने बीते माह मार्च के अंतिम तथा अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह तक 57 सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर आठ सप्ताह के लिए मुक्त कर दिया था।
बाद में महामारी का प्रकोप निरंतर बढ़ने पर पैरोल अवधि और बढ़ा दिया गया था। इन सभी को सही ढंग से रहने और निर्धारित समय पर जेल हाजिर होने की चेतावनी दी गई थी।
निर्धारित समय 18 नवम्बर को जब कैदी जेल वापस नहीं लौटे तो जेल प्रशासन ने सूचना प्रकशित कराई तो पता चला कि एक कानपुर देहात में अपराध करने के कारण वहां पकड़ा गया, 18 स्वतः ही जेल आ गए लेकिन 38 अभी तक जेल नहीं आए।