किश्तवाड़ (जम्मू-कश्मीर) : किश्तवाड़ जिले के चशोती गांव में गुरुवार दोपहर करीब 12:30 बजे मचैल माता मंदिर यात्रा मार्ग पर अचानक बादल फट (Cloudburst) गया। इस आपदा में अब तक 38 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें दो CISF जवान भी शामिल हैं, जबकि 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। 100 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें 37 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
अचानक आई बाढ़ ने लंगर स्थल, दुकानों, एक सुरक्षा चौकी और कई इमारतों को बहा दिया। पहाड़ी की तलहटी में बसी बस्ती के कई घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिला पुलिस-प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। उधमपुर से एनडीआरएफ की दो टीमें रवाना की गई हैं।
किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौके पर मौजूद हैं और अभियान की निगरानी कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, मचैल माता मंदिर की वार्षिक यात्रा को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है, ताकि पूरा ध्यान राहत कार्यों पर केंद्रित किया जा सके।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए बचाव अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक संवेदना जताई और प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है। प्रशासन ने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है।