कटनी। पूरे देश में चल रहे किसान प्रदर्शन के बीच एक गंभीर घटना की खबर महाराष्ट्र से आ रही है। दलालों के झांसे में आ कर कुछ किसान कुछ महीने से जीने-मरने को मौजबूर हैं। इन दलालों ने किसानों को मोटी मजदूरी दिलाने का झांसा देकर धनवाही और करियापाथर के 52 मजदूरों को काफी परेशान किया। मजदूर 09 जनवरी यानी शुक्रवार रात को लगभग 2.50 बजे बिल्कुल ठीक अवस्था में अपने गांव वापस लौट आए हैं।
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जिला प्रशासन ने हरकत में आ कर सोलापुर से 20 किलोमीटर दूर स्थित कुंदल गांव में बंधकों का पता लगाकर उनकी वापसी के प्रयास किए। सोलापुर के जिला प्रशासन और मदरूप थाने से बातचीत कर मजदूरों को दलालों से मुक्त कराया। मजदूरों ने बताया कि गन्ना खेत मालिक ने उन्हें बंधक बना लिया था। मारता-पीटता और भूखे पेट काम कराता था। हम लोगों की मजदूरी भी खा गया।
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मजदूरों ने जानकारी देते हुए बताया कि दीपावली के चार दिन बाद भरदा और कूडन गांव निवासी शंभू बर्मन और किशन लाल गांव आए और हम लोगों से मजदूरी के लिए नागपुर के पास चलने के लिए कहा। दलाल ने सभी को 400 रुपये प्रतिदिन मजदूरी दिलाने का वादा किया। इस पर धनवाही के 38 मजदूर तैयार हो गए।