काजीरंगा. इन दिनों असम के 30 जिलों पर बाढ़ का कहर बरस रहा है। बाढ़ में कई लोग बेघर हो गए हैं और सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है। काजीरंगा नेशनल पार्क में भी कई जानवरों की मौत हो गई है। लेकिन एक पुरानी कहावत है न जाको राखे साइयां मार सके न कोय। काजीरंगा नेशनल पार्क में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है।
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पार्क के स्टाफ ने बाढ़ के कहर के बीच महज 4 दिन के एक छोटे से गैंड़े के बच्चे को बचाया है। पार्क के स्टाफ का कहना है कि इस गैंड़े की मां को भी ढ़ूढ़ने का प्रयास भी जारी है। उन्होंने कहा कि आगे के अवलोकनों के लिए हमारे सेंटर फॉर वाइल्डलाइफ़ रिहैबिलिटेशन एंड कंज़र्वेशन (CWRC) में ले जाया गया है।
पार्क की देखभाल करने वाले स्टाफ का कहना है कि इस गैंड़े की मां भी इसे ढूढ़ रही होगी। हम ऐसे गैड़ें को खोजने की कोशिश में जुटे हुए हैं, जिसने हाल में ही किसी बच्चे को जन्म दिया हो। हालांकि स्टाफ इस बात की भी कयास लगा रहा है कि कहीं इस बच्चे की मां बाढ़ में डूबकर मर न गई हो, क्योंकि इतने छोटे बच्चे को कोई भी जीव अकेला नहीं छोड़ता है।
एएनआइ ने राज्य सरकार द्वारा जारी दैनिक रिपोर्ट के आधार पर इसकी जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार 22 मई के बाद से राज्य में बाढ़ से अब तक कुल 56 लाख 89 हजार 584 लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं 109 लोगों की मौत हो गई है।