झारखंड सरकार के निर्देश पर रविवार को पूरे राज्य में लॉकडाउन रखा गया है। जमशेदपुर में इसका सख्ती से पालन किया जा रहा है। इस बीच जमशेदपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एमजीएम थाना इलाके के पीपला स्थित चेक डैम में जर्जर हो चुके 11 हजार वोल्ट का हाईटेंशन तार गिरने से उसकी चपेट में आकर तीन बच्चे और वृद्ध महिला की मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। आनन-फानन में सभी को एमजीएम अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है कि सभी चेक डैम में नहा रहे थे, इसी बीच 11 हजार वोल्ट का तार गिर गया। मृतकों में 13 वर्षीय रोहित महतो, 18 वर्षीय कमल महतो, 16 वर्षीय विमल महतो और 70 वर्षीय महिला फूलो देवी शामिल हैं। इनमें दो सगे भाई बताए जा रहे हैं।
पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला की कार का भीषण एक्सीडेंट, बाल-बाल बचे
उधर मामले की जानकारी मिलते ही जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो और जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी एमजीएम अस्पताल पहुंचे। और मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने मृतकों के आश्रितों को तत्काल 10- 10 लाख रुपए का मुआवजा दिए जाने की मांग झारखंड सरकार से की है।
उन्होंने बताया कि कई बार दिशा की बैठक में उन्होंने जिले के उपायुक्त से ग्रामीण इलाकों में जर्जर हो चुके बिजली के तारों को बदलने का निर्देश दिया था। बावजूद इसके उनकी बातों पर अमल नहीं किया गया। उन्होंने झारखंड सरकार और बिजली विभाग को इसके लिए दोषी ठहराया है। साथ ही सांसद ने मृतकों के परिजनों को 10-10 हजार रुपए का तत्काल आर्थिक सहयोग दिया।
हम पर महात्मा गांधी की हत्या के भी आरोप लगे, हम इसकी चिंता नहीं करते : चंपत
वहीं जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी ने भी इसे बिजली विभाग की लापरवाही बताते हुए पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाए जाने की बात कही। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने NH33 जाम कर दिया।