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जून के महीनें में 4 ग्रह बदलेंगे अपना स्थान, इन राशियों को बरतनी होगी सतर्कता

4 planets will change their location in the month of June

4 planets will change their location in the month of June

शास्त्रों की बात , जानें धर्म के साथ ज्योतिष की दृष्टि से जून 2021 का महीना बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है । इस महीने में मंगल, सूर्य, बुध और शुक्र ये 4 ग्रह अपनी राशि बदलेंगे। चंद्रमा तो हर अढाई दिन बाद अपनी राशि बदलते रहते हैं। जबकि शनि मकर राशि में, राहु वृषभ राशि में और केतु पूरा साल वृश्चिक राशि में गोचर करते रहेंगे। देव गुरु बृहस्पति भी अभी कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं और 15 सितंबर तक यही रहने वाले हैं। जून महीने में ग्रहों के बदलाव की शुरुआत 2 जून से होगी जब ग्रहों में सेनापति का दर्जा प्राप्त मंगल ग्रह अपनी नीच कर्क राशि में गोचर करने लगेंगे। मंगल ग्रह सौरमंडल में सूर्य से चौथा ग्रह है। इसके तल की आभा रक्तिम है, जिस वजह से इसे “लाल ग्रह” के नाम से भी जाना जाता है। मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल व्यक्ति में साहस और आत्मविश्वास जगाता है। वैसे तो मंगल ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में एक क्रूर ग्रह माना गया है। लेकिन मंगल जब शुभ होते हैं तो व्यक्ति को साहसी और सेना, पुलिस जैसे क्षेत्रों में उच्च प्रदान करते हैं । वहीं जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को क्रोधी बना देते हैं।

कुंडली में मंगल शुभ स्थान पर विराजमान हो तो राजयोग दिलाता है। यानी मंगल अगर आप पर मेहरबान हो तो जीवन में हर ओर मंगल ही मंगल होता है लेकिन कमजोर या अशुभ मंगल जिंदगी मे अमंगल का विष घोल देता है। 2 जून को मंगल ग्रह जब राशि परिवर्तन करके अपनी नीच राशि में आएंगे तो उनके इस गोचर का भी सभी राशियों पर असर पड़ेगा। मंगल ग्रह के राशि परिवर्तन के 1 दिन बाद 3 जून को बुध ग्रह भी वक्री होकर मिथुन राशि से फिर वृषभ राशि में आ जाएंगे जहां पर वह 7 जुलाई तक रहेंगे। बुध ग्रह को हमारी बुद्धि, विवेक और वाणी का प्रतीक माना जाता है । इन्हें बिजनेस का कारक भी माना जाता है।

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बुध ग्रह एक सौम्य ग्रह है जो अपनी गति से सभी को प्रभावित करता है। यदि व्यक्ति की कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत हो तो उसे व्यापार में लाभ होता है और उसकी तर्क शक्ति बहुत प्रबल होती है। ऐसे लोग व्यवहारिक होते हैं और भले ही उनमें में शारीरिक क्षमता औरों के मुकाबले कम हो लेकिन मानसिक शक्ति में उनका कोई सानी नहीं होता। ऐसे व्यक्ति की रुचि ज्ञान अर्जित करने की ओर रहती है और व्यक्ति अपने भविष्य के बारे में दूरगामी सोच रखता है। बुध का गोचर से 3 जून से लेकर 7 जुलाई तक सभी राशियों को प्रभावित करेगा। अब तीसरे ग्रह की बात करते हैं जिसका जून महीने में राशि परिवर्तन होगा और वह ग्रह सूर्य हैं। ज्योतिष में आत्मा का कारक माने जाने वाले सूर्य 15 जूूून को मिथुन राशि में आ जाएंगे और इस दिन सक्रांति होगी । मिथुन राशि बुुध की राशि है और यह सूर्य की मित्र राशि है । सूर्य ऐसा ग्रह है जो कभी वक्री गति नहीं करता। वहीं कुंडली में ये आत्मा का कारक ग्रह होने के साथ ही हमारे मान-सम्मान व अपमान का भी कारक माना जाता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में होता है, उसे समाज में मान-सम्मान और समृद्धि की प्राप्ति होती है। सूर्य का राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर असर पड़ता है।

अब चौथे ग्रह की बात करते हैं जिनका जून महीने में राशि परिवर्तन होगा और वह ग्रह शुक्र ग्रह है।।ज्योतिष में ऐश्वर्या, सौंदर्य, ग्लैमर, प्रेम, विलासिता और सुख समृद्धि का प्रतीक माने जाने वाले शुक्र ग्रह 22 जून को चंद्रमा की कर्क राशि में आ जाएंगे और 17 जुलाई तक यहां गोचर करेंगे। शुक्र को नैसर्गिक भोग विलास व दाम्पत्य का कारक भी माना जाता है। अंग्रेजी में इसे वीनस कहा गया है। यानी सौंदर्य की देवी। तुला राशि में शुक्र मजबूत स्थिति में होते हैं और जीवन में सुख सुविधाओं की बरसात करते हैं। फ़िल्म इंडस्ट्री, फ़ैशन, गीत-संगीत, ललित-कलाओं में भी शुक्र का प्रतिनिधित्व होता है। जून महीने में बन रहे ग्रहों के कंबीनेशन का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ने वाला है। किस राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा, मैं इसके बारे में कुंडली टीवी के दर्शकों को अब बताने जा रहा हूं-

 

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