उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने शराब की कथित रूप से तस्करी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से लगभग 40 लाख रुपये मूल्य की शराब बरामद की है।
एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि बल को सूचना प्राप्त हो रही थी कि अन्तर्राज्यीय गिरोहों द्वारा मध्य प्रदेश, दिल्ली, पंजाब व हरियाणा से अवैध शराब की तस्करी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों फतेहपुर, कौशाम्बी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, जौनपुर में की जा रही है। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों/टीमों को सूचना इकट्ठा करने एवं ठोस कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया था।
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मुखबिर से सूचना मिली कि मध्य प्रदेश से एक वाहन में लदी हुयी अवैध शराब प्रतापगढ़ जाने वाली है. इसके बाद मोटरसाइकिल सवार दो व्यक्तियों को विष्णुपुर कला मोड़ पर रोककर जांच की गयी और उसकी निशानदेही पर अवैध शराब से लदे ट्रकों को पकड़ा गया तथा तीन अभियुक्तों भगवान, अनिल और इंद्रसेन को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
उनके कब्जे से 990 पेटी अवैध देसी शराब बरामद की गयी जिसका अनुमानित मूल्य लगभग 40 लाख रुपये है। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
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बता दें कि कल ही लखनऊ के बंथरा इलाके में ज़हरीली शराब मामले में एक और शख्स की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार रसूलपुर गांव के निर्मल यादव की इलाज के दौरान सिविल अस्पताल में मौत हो गई है। इस कांड में अब तक कुल 4 लोगों की जान जा चुकी है. इससे पहले मोहम्मद अनीस, राजकुमार और सुंदर लाल की मौत हुई थी। जिलाधिकारी ने पूरे मामले में मजिस्ट्रेटी जांच टीम गठित कर दी है। इसमें एडीएम पूर्वी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं प्रशासन की तरफ से शराब के गोदाम को सील कर दिया गया है। आवंटी ठेकेदार हिरासत में ले लिया गया है और एफआईआर भी दर्ज हो गई है। प्रथम दृष्टया दोषी सरकारी कर्मचारियों पर भी गाज गिरने की संभावना है।