नई दिल्ली। कोरोना महामारी ने आम लोगों की आय पर बुरा असर डाला है। संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन से लाखों लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। वहीं दूसरी ओर जो लोग नौकरी कर रहे हैं, उनके वेतन में कटौती की जा रही है। इससे पैदा हुए संकट के चलते 40 लाख लोग ने अपना बीमा का प्रीमियम जमा नहीं किया है।
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जीवन बीमा कंपनियों के अनुसार, कोरोना संकट के बाद लोगों ने अपनी जरूरी खर्चों के लिए पैसा बचाना शुरू कर दिया है। इससे करीब 40 लाख लोगों ने अपना जीवन बीमा का प्रीमियम नहीं भरा। इससे बीमा कंपनी को करीब 30 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। वहीं, मार्च में टैक्स सेविंग के सीजन होने के कारण दूसरे और तीसरे हफ्ते में कुल बीमा बिजनसे का करीब 15 से 18 फीसदी नए कारोबार इसी समय होता है।
हालांकि, इस बार इसका भी नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि कोरोना संकट और लॉकडाउन के कारण लोगों ने नया बीमा बिल्कुल भी नहीं कराया। इसके साथ ही कारेाना संकट को देखते हुए टैक्स सेविंग की तारीख को आगे बढ़ा दिया। इसका भी असर कुल कारोबार पर हुआ। मार्च के दौरान नया बीमा नहीं लेने से बीमा कंपनियों को करीब 15 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
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कोरोना के चलते लोगों के लिए आपातकालीन फंड, मेडिकल, या अन्य जरूरी चीजों के लिए बचत सबसे अहम हो चुकी ही। इसके चलते लोग अपनी सभी दूसरे खर्चें में कटौती कर आपातकालीन फंड बनाने पर जोर दे रहे हैं। नौकरी में अनिश्चितता के कारण भी लोगों ने बीमा प्रीमियम का भुगतान नहीं किया है। लोगों का कहना है कि नौकरी छूटने या वेतन में कटौती के बाद जरूरी खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में वो बीमा प्रीमियम का भुगतान टालना बेहतर समझ रहे हैं।