कोरोना संक्रमण को देखते हुए जहां एक तरफ सीबीएसई के साथ साथ राज्य बोर्ड भी कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर रहे हैं, वहीं यूपी बोर्ड ने कॉलेजों की परीक्षाएं भी रद्द कर दी हैं। मंगलवार 8 जून को यूपी सरकार ने विश्वविद्यालयों और कालेजों की परीक्षाएं रद्द कर दी।
इससे 41 लाख छात्रों को बिना परीक्षा ही अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा। यूपी सरकार की ओर से इसे लेकर दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं। इसकी घोषणा राज्य के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने की और कहा कि राज्य के ग्रेजुएशन और पोस्टग्रेजुएशन के फर्स्ट ईयर के छात्रों को बिना परीक्षा, सेकेंड ईयर में प्रोमोट कर दिया जाएगा।
हालांकि जो छात्र फाइनल ईयर में हैं, उन्हें परीक्षा देनी होगी। उम्मीद की जा रही है कि अगस्त में फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा आयोजित की जा सकती है।
उप्र में कोरोना के चलते मदरसा बोर्ड की भी परीक्षाएं हुयी रद्द
राज्य सरकार ने जो गाइडलान्स जारी की हैं, उसमें यह कहा गया है कि फर्स्ट ईयर के अंकों को सेकेंड ईयर की परीक्षा के आधार पर तैयार किया जाएगा, जो अगले वर्ष (2022) में होने वाली है। बता दें कि राज्य सरकारें, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए छात्रों की सेहत की सुरक्षा के लिये ये कदम उठा रही हैं।