• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

लॉकडाउन शुरू होने के बाद ईपीएफ से 44,000 करोड़ की हुई निकासी

Desk by Desk
22/09/2020
in ख़ास खबर, राष्ट्रीय
0
EPFO

ईपीएफ़ओ

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। देश में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खातों से 38,71,664 कर्मचारियों के 44,054.72 करोड़ रुपये के निकासी दावों का निपटारा किया गया। संसद को सोमवार को यह जानकारी दी गई। सरकार ने घातक कोरोनो वायरस प्रसार को रोकने के लिए 25 मार्च 2020 को देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया था।

लखनऊ : सदर तहसील पर सपा कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन

श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि अब तक 44,054.72 करोड़ रुपये के लिए कुल 38,71,664 ईपीएफ निकासी दावों का निपटारा किया गया है।

उत्तर के अनुसार इन निकासी में कोविड-19 से जुड़े दावे भी शामिल हैं। लॉकडाउन अवधि में 25 मार्च से 31 अगस्त तक 7,23,986 दावे महाराष्ट्र में किए गए थे, जहां 8,968.45 करोड़ रुपये की अधिकतम राशि निकाली गयी। सरकार ने कोविड-19 संकट के दौरान लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के एक भाग के रूप में, ईपीएफ योजना में संशोधन किया।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी एक बार फिर एलन मस्क से पिछड़े

मंत्रालय ने कहा है कि कोविड- 19 संकट के दौरान श्रमिकों को राहत पहुंचाने के लिए और भी कई अन्य कदम उठाए गए। मार्च से अगस्त 2020 की अवधि में छह महीने के लिए कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों की ओर से 12– 12 प्रतिशत राशि सरकार की तरफ से जमा कराई गई। यह राशि उन उद्यमों की जमा कराई गई जहां 100 से कम कर्मचारी काम करते हैं और ऐसे 90 प्रतिशत कर्मचारियों की कमाई 15,000 रुपये मासिक से कम थी।

Tags: COVID-19 crisisepfepfoPradhan Mantri Garib Kalyan Yojanaईपीएफकोविड-19 संकटप्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना
Previous Post

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी एक बार फिर एलन मस्क से पिछड़े

Next Post

कोरोना काल में कर्मचारियों का बिना मुआवजा नहीं की जाएगी छंटनी

Desk

Desk

Related Posts

amit shah introduced three bills in lok sabha
Main Slider

लोकसभा में पेश हुए तीन अहम बिल, विपक्ष ने किया विरोध; फाड़ी कॉपी

20/08/2025
Online Gaming Bill
Main Slider

लोकसभा में पेश हुआ ऑनलाइन गेमिंग बिल, कानून तोड़ने पर हो सकती है इतने साल की सजा

20/08/2025
Train stopped because of dog
Main Slider

कुत्ते की वजह से आधे घंटे रुकी रही ट्रेन, यात्रियों में मचा हड़कंप

20/08/2025
Archana Tiwari
क्राइम

नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन से मिसिंग अर्चना यूपी में मिली, जानें 12 दिन से कहां थी लापता

20/08/2025
CP Radhakrishnan filed nomination for the post of Vice President
राजनीति

सीपी राधाकृष्णन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए दाखिल किया नामांकन, PM मोदी बने प्रस्तावक

20/08/2025
Next Post
industrial relation code bill

कोरोना काल में कर्मचारियों का बिना मुआवजा नहीं की जाएगी छंटनी

यह भी पढ़ें

Ramesh Pokhriyal

विकास मंत्री रमेश ने पीएम को लिखा पत्र, JEE-NEET 2020 परीक्षा को टालने की मांग

24/08/2020
yono app

SBI डिजिटल प्लेटफार्म योनो को अलग इकाई बनाने पर हो रहा विचार

06/10/2020
weight gain

इस कारण से भी बढ़ता है मोटापा, पाएं इस समस्या से निजात

24/07/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version