नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर पार्टी में हर स्तर पर चुनाव कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब तक ऐसा नहीं होगा तब तक पार्टी की स्थिति नहीं सुधरने वाली है।
पार्टी के नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमारी पार्टी के कुछ नेताओं में 5-स्टार वाली संस्कृति है। 5-स्टार से चुनाव नहीं लड़े जाते। हमारे नेताओं के साथ समस्या है कि अगर टिकट मिल गया तो 5-स्टार में जाकर बुक हो जाते हैं। एयर कंडीशनर गाड़ी के बिना नहीं जाएंगे, जहां कच्ची सड़क है वहां नहीं जाएंगे। जब तक ये कल्चर हम नहीं बदलेंगे, हम चुनाव नहीं जीत सकते।
#WATCH | Elections are not fought from 5-star hotels. Problem with our leaders today is that if they get a party ticket, they first book a 5-star hotel. They won't go to places where there's an untarred road. We can't win until we change this culture: Ghulam Nabi Azad, Congress pic.twitter.com/qWFkYLaBXF
— ANI (@ANI) November 22, 2020
उन्होंने कहा कि हमारा ढांचा कमजोर है, हमें ढांचा पहले खड़ा करना पड़ेगा। फिर उसमें कोई भी नेता हो चलेगा। सिर्फ नेता बदलने से आप कहेंगे कि पार्टी बदल जाएगी यह मानना गलत है। हमें सिस्टम को बदलना होगा।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे लोगों का ब्लॉक स्तर पर, जिला स्तर पर लोगों के साथ कनेक्शन टूट गया है। जब कोई पदाधिकारी हमारी पार्टी में बनता है तो वह लेटर पैड छाप देता है, विजिटिंग कार्ड बना देता है, वह समझता है बस मेरा काम ख़त्म हो गया, काम तो उस समय से शुरू होना चाहिए।
कोरोना महामारी के कारण पार्टी नेतृत्व को क्लीन चिट
वहीं आजाद ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण पार्टी नेतृत्व को क्लीन चिट दे रहा हूं, क्योंकि वे अभी बहुत कुछ नहीं कर सकते। हम मांगों पर अभी भी अडिग हैं। हालांकि वे हमारी अधिकांश मांगों के लिए सहमत हो गए हैं। यदि वे राष्ट्रीय विकल्प बनना चाहते हैं और पार्टी को पुनर्जीवित करना चाहते हैं तो हमारे नेतृत्व को चुनाव करना चाहिए।
#WATCH | I'm giving a clean chit to Gandhis as they can't do much right now due to #COVID. There's no change in our demands. They've agreed to most of our demands. Our leadership should hold elections if they want to become a national alternative & revive the party: G N Azad pic.twitter.com/FOyn8DrIfC
— ANI (@ANI) November 22, 2020
कांग्रेस पार्टी में कोई विद्रोह नहीं
कांग्रेस पार्टी में कोई विद्रोह नहीं है। विद्रोह का अर्थ है किसी को प्रतिस्थापित करना। पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कोई अन्य उम्मीदवार नहीं है। यह कोई विद्रोह नहीं है। हमारी आवाज सुधारों के लिए है।
#WATCH | There is no rebellion in Congres party. Rebellion means replacing someone. There is no other candidate for the post of party president. This is not a rebellion. This is for reforms: Congress leader Ghulam Nabi on party leaders voicing dissent pic.twitter.com/2oRnFgm6it
— ANI (@ANI) November 22, 2020
चाटुकारिता की संस्कृति से पार्टी हो जाती है समाप्त
चाटुकारिता की संस्कृति से कोई भी पार्टी ज्यादा दिन नहीं चल सकती। साथ ही साथ यह नेताओं के पतन का मुख्य कारण भी बन गई है। हमें हर स्तर पर इस संस्कृति से दूर रहना चाहिए। राजनीति एक तपस्या है। उन लोगों पर शर्म आती है जो आनंद और धन के लिए राजनीति में शामिल होते हैं।
पिछले 72 सालों में कांग्रेस अब तक के सबसे निचले पायदान पर
पिछले 72 सालों में कांग्रेस सबसे निचले पायदान पर है। कांग्रेस के पास पिछले दो कार्यकाल के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद भी नहीं है, लेकिन कांग्रेस ने लद्दाख पहाड़ी परिषद चुनावों में 9 सीटें जीतीं, जबकि हम इस तरह के सकारात्मक परिणाम की उम्मीद नहीं कर रहे थे।