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50 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, दस साल से था फरार

लखनऊ। यूपी एसटीएफ (UP STF) ने दस साल पहले पुलिस अभिरक्षा से फरार हुए शातिर अपराधी नेत्रपाल उर्फ अजय को नोएडा से गिरफ्तार (crook arrested) किया है। उस पर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित था। नेत्रपाल के फरार होने के संबंध में वर्ष 2012 में थाना जीआरपी, कासगंज पर केस दर्ज था।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किया गया अभियुक्त नेत्रपाल उर्फ अजय ग्राम लभेड़ा, थाना अमृतपुर, फरूर्खाबाद का रहने वाला है। उसके पास से 4 एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, भूतपूर्व सैनिक पहचान पत्र, परिचय पत्र उमेश सिक्यारिटी ऐजेन्सी, मोबाइल फोन और नकद रुपये बरामद हुए हैं।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अभिसूचना संकलन के दौरान पता चला कि वर्ष-2012 में पुलिस अभिरक्षा के दौरान पुलिस कर्मियों के साथ जहरखुरानी करके उनके अभिरक्षा से फरार होने वाला 50 हजार रुपये इनामी अभियुक्त नेत्रपाल गौतमबुद्धनगर में सिक्योरिटी एजेन्सी में काम कर रहा हैं। इस सूचना पर एसटीएफ की  टीम ने उसे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया कि वह ग्राम लभेड़ा थाना अमृतपुर, फरूर्खाबाद का रहने वाला हैं। वर्ष 2007 से अपने परिवारिक चाचा सत्यनारायन की हत्या के जुर्म में फतेहगढ़ जेल मे बंद था। यही से वर्ष-2012 मे सीने मे दर्द होने की शिकायत पर फतेहगढ़ जेल से पुलिस अभिरक्षा में कानपुर मेडिकल कॉलेज से इलाज कराकर फतेहगढ़ जेल वापस आ रहा था। इसी दौरान रास्ते में कन्नौज रेलवे स्टेशन पर नाश्ता करने के बहाने मौका देखकर चिप्स व फ्रूटी में नशीला प्रदार्थ मिलकर अभिरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों को बेहोश कर वहा से फरार हो गया। फरार होने के बाद मे लगभग 2 वर्ष तक मुम्बई में रहकर बिल्डिग निर्माण में मजदूरी का कार्य किया। इसके बाद दिल्ली आ गया और अपने परिवार को भी अपने साथ बुला लिया और अपना वास्तविक नाम नेत्रपाल से बदलकर अजय एनपी सिंह रख लिया और इसी नाम से आधार कार्ड व वोटर कार्ड भी बनवा लिया। जिस पर पता 628/8 एकता बिहार, जैतपुर विस्तार, बदरपुर, दिल्ली दर्ज है। साथ ही पुलिस से बचने के लिए फर्जी तरीके से अपने नाम का भूतपूर्व सैनिक पहचान पत्र भी बनवा लिया और इसी आधार पर उमेश सिक्योरिटी एजेंसी में नौकरी भी मिल गयी थी।

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