नई दिल्ली| कोरोना वायरस महामारी के कारण पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र के साथ-साथ चीन में भी अर्थव्यवस्था 50 से ज्यादा सालों के बाद सबसे धीमी दर से बढ़ोतरी करेगी।
विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में यह अंदेशा जताया है कि साल 2020 में इस क्षेत्र में ग्रोथ 0.9 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है। यह 1967 के बाद की सबसे कम दर है। इस कारण करीब 3.80 करोड़ लोगों पर गरीबी का खतरा मंडरा रहा है।
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इस साल चीन में भी विकास दर 2 फीसदी रहने की उम्मीद थी, सरकारी खर्च में बूस्ट, निर्यात में मजबूती और मार्च के बाद नए कोरोनावायरस केस में आई कमी से ऐसी उम्मीद की गई थी लेकिन धीमी घरेलू खपत के कारण ऐसा नहीं हो सका।
विश्व बैंक ने कहा कि पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र के बाकी हिस्सों में अर्थव्यवस्था में 3.5 फीसदी सिकुड़ सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी और इसके प्रसार को रोकने के प्रयासों से आर्थिक गतिविधि में एक सुधार हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन देशों को महामारी से आर्थिक और वित्तीय प्रभाव से निकलने के लिए राजस्व जुटाने के लिए वित्तीय सुधार को आगे बढ़ाना होगा।