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यूपी में कोरोना के 53 नए मामले, आठ जिलों में नहीं मिला एक भी मरीज

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एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति से उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगभग काबू में आ चुका है। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 53 नये मामले सामने आये है जबकि सूबे के आठ जिलों में अब वैश्विक महामारी का कोई मरीज नहीं है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिये गठित टीम-09 की बैठक में कहा कि देश मे सर्वाधिक आबादी वाले राज्य में हर दिन ढाई लाख से तीन लाख सैम्पल की जांच की जा रही है और पॉजिटिविटी दर 0.02 फीसदी है। 21 जुलाई तक प्रदेश में 04 करोड़ 20 लाख 39 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है।

उन्होने कहा कि अलीगढ़, बलरामपुर, बस्ती, एटा, महोबा, ललितपुर, हाथरस, श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जिले आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। बीते कई दिनों से किसी भी जिले में दोहरे अंक में नए केस नहीं मिल रहे हैं। यह स्थिति बताती है कि प्रदेश में महामारी की स्थिति पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 1,028 है। ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति कारगर रही है। इसी के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।

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श्री योगी ने कहा कि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 02 लाख 34 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की गई और 53 नए मरीजों की पुष्टि हुई, जबकि 56 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। इस अवधि में पॉजिटिविटी दर 0.02 प्रतिशत रही।

प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 फीसदी है। 44 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 31 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए।अब तक 06 करोड़ 33 लाख 07 हजार से अधिक कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। 16 लाख 84 हजार 286 से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।

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उन्होने कहा कि टीबी के सक्रिय मरीज, डेंगू, फाइलेरिया, मलेरिया और इंसेफेलाइटिस आदि से ग्रसित मरीजों की पहचान और उपचार के लिए ‘घर-घर पर दस्तक अभियान’ को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। अभियान के दौरान लोगों को स्वच्छता, सैनीटाइजेशन, पोषण युक्त भोजन आदि की महत्ता के प्रति जागरूक किया जाए।

नियमित टीकाकरण सत्रों में दो साल तक के बच्चों को जेई का टीका लगाया जाए। इस अभियान के उपरांत 26 जुलाई से ‘आयुष्मान भारत’ योजनांतर्गत गोल्डन कार्ड बनाये जाने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जाए।

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