उत्तर प्रदेश के आगरा में बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर लंबे वक्त से सरकारी शिक्षक बनकर वेतन उठा रहे अध्यापकों पर फिर सरकार का हंटर चला है। आगरा में 168 फर्जी डिग्री धारी शिक्षकों की सेवा समाप्ति के 4 दिन बाद अब फिरोजाबाद जनपद के 57 फर्जी डिग्री वाले शिक्षकों की बर्खास्तगी के आदेश दिए गए हैं।
आदेश की कॉपी रजिस्टर्ड डाक से 57 शिक्षकों के पास भेज दी गई है। इन शिक्षकों के खिलाफ एक हफ्ते के भीतर एफआईआर भी दर्ज करा दी जाएगी।
पूरा मामला डॉ. आंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा के 2004-2005 बैच से जुड़ा हुआ है। इस बैच में फर्जी डिग्री के जरिए तमाम लोगों ने सरकारी शिक्षक की नौकरी प्राप्त कर ली। शिकायत होने के द इसकी एसआईटी जांच हुई। मामला हाईकोर्ट तक भी पहुंचा। एसआईटी की सूची के आधार पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के फर्जी प्रमाणपत्र लगाने वाले शिक्षक चिन्हित किए गए थे।
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फिरोजाबाद में इस बार 57 फर्जी बीएड डिग्री वाले शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है। सुहागनगरी फ़िरोज़ाबाद में 163 फर्जी शिक्षकों की सूची आई थी। इनमें दो शिक्षकों की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। इसके अलावा 50 फर्जी डिग्री वाले शिक्षक पूर्व में ही बर्खास्त किए जा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि फर्जी शिक्षकों पर सिलसिलेवार कार्रवाई योगी सरकार में हो रही है। अभी 4 दिन पहले आगरा में 168 की बर्ख़ास्तगी कर दी गयी थी। इनके खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने का भी आदेश है। अब फिरोजाबाद में 57 जालसाज शिक्षको की सेवा समाप्त करने के साथ संबंधित शिक्षकों के खिलाफ 7 दिन के भीतर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।