नई दिल्ली| ज्वाइंट एट्रेंस एग्जाम के लिए रजिस्टर्ड हुए 8.58 लाख स्टूडेंट्स में से 6.35 लाख स्टूडेंट्स ने कोविड महामारी के बीच इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए परीक्षा दी है। आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने यह जानकारी दी।
निशंक ने ट्वीट कर कहा, ‘जेईई मेन परीक्षा के लिए 8.58 लाख आवेदकों में से 6.35 लाख उम्मीदवार परीक्षा में सम्मिलित हुए। केंद्र और सम्बन्धित राज्यों की सरकारों द्वारा छात्रों को सभी संभव सहायता उपलब्ध कराई गई जिसके लिए मै सभी राज्यों की सरकारों की प्रशंसा करता हूं’
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कोविड-19 महामारी के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र के परीक्षा कराने के फैसले पर कई सवाल उठे। कई लोगों ने परीक्षा स्थगित करने की बात भी कही। हालांकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने कहा कि आपको बता दें कि जेईई परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। इस साल जनवरी में भी परीक्षा आयोजित की जा चुकी है।
एक और ट्वीट में निशंक ने लिखा है कि दोबारा से परीक्षा को टालना किसी भी हालत में मेहनती स्टूडेंट्स के हित में नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सरकार हमेशा से स्टूडेंट्स के कल्याण और सुरक्षा के लिए है। हम हमेशा ही हमारे युवाओं के हित के लिए कार्य करते रहेंगे।
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बीजेपी के राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी जेईई मेन परीक्षा के लिए रजिस्टर्ड और सम्मिलित हुए स्टूडेंट्स की संख्या को लेकर किए गए ट्वीट के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि जेईई मेंस परीक्षा में कुल 8.58 लाख स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था, न कि 18 लाख ने, जैसा कि आपने ट्वीट किया है।