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उप्र में 16 जिलो के 653 गांव बाढ़ से प्रभावित, बचाव और राहत कार्य जारी : गोयल

उप्र में बाढ़

उप्र में 16 जिलो के 653 गांव बाढ़ से प्रभावित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 16 जिलो के 653 गांव बाढ़ से प्रभावित है और वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है,बचाव एवं राहत कार्य जारी है।

राज्य के राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को यहां लोक भवन में संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश में 16 जिलो के 653 गांव बाढ़ से प्रभावित है और वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है । बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार बाढ़ प्रभावित समस्त ग्रामों में स्वास्थ्य शिविर के आयोजन किए जाएं। उन्होंने बताया कि प्रदूषित जलजनित व वेक्टर (मक्खी, मच्छर) जनित रोगों की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने साथ इन रोगों के उपचार के लिए समुचित औषधियों का पर्याप्त स्टाॅक भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये। उन्होंने पशुओं के आहार के लिए पर्याप्त चारा, भूसा आदि की पर्याप्त व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गये।

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श्री गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार बाढ़ प्रभावित जिलाें में राहत कार्याें को शीर्ष प्राथमिकता पर करने के साथ-साथ बाढ़ से कृषि फसलों को हुई क्षति का सर्वें करा कर जिन किसानों की फसलें बाढ़ के कारण नष्ट हुई हैं, उनको अनुदान देने पर भी बल दिया।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलो में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 12 टीमें तथा एसडीआरएफ व पीएसी की 17 टीमें समेत कुल 29 टीमें तैनाती की गयी है। उन्होंने बताया कि 414 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। बाढ़ एवं अतिवृष्टि की आपदा से निपटने के लिए बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके है।

श्री गोयल ने बताया कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। इस किट में 17 प्रकार की सामग्री जिसमें 10-10 किलो आटा, चावल, आलू के अलावा पांच किलो लाई, दो किलो भूना चना, दो किलो अरहर की दाल, 500 ग्रा0 नमक, 250 ग्रा0 हल्दी, 250 ग्रा0 मिर्च, 250 ग्रा0 धनिया, 05 ली0 केरोसिन, 01 पैकेट मोमबत्ती, 01 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, 01 लीटर रिफाइन्ड तेल, 100 टेबलेट क्लोरीन एवं 02 नहाने के साबुन वितरित किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि 1,82,329 खाद्यान्न किट व 3,27,291 मी0 तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 350 मेडिकल टीम लगायी गयी है।

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राहत आयुक्त ने बताया कि बाढ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 373 बाढ़ शरणालय तथा 784 बाढ़ चैकियां स्थापित की गयी है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जिलों में अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, संतकबीरनगर, तथा सीतापुर के 653 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। उन्होंने बताया कि शारदा नदी, पलिया कला (लखीमपुरखीरी), सरयू (घाघरा) नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), (अयोध्या) तथा तुर्तीपार (बलिया) में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में 507 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 7,39,558 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 4764 कुंतल भूसा वितरित किया गया है। आपदा से निपटने के लिए जिला एवं राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होती है तो वह जिला आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नं0-1070 पर फोन कर सम्पर्क कर सकता है।

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