नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस को लेकर शुरुआत में जो सतर्कता देखने को मिली थी अब उसमें कमी देखी जा रही है। इसी लापरवाही का नतीजा है कि वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है। हरियाणा के दो शहरों के स्कूलों में कोरोना ने कई बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया है। रेवाड़ी में स्कूल खुलने के बाद पहली बार बच्चों की कोरोना जांच की गई तो 12 सरकारी स्कूलों के 72 बच्चे पॉजिटिव पाए गए हैं। राज्य के सभी स्कूलों में टेस्टिंग के आदेश दिए गए हैं।
इसके बाद प्रशासन ने स्कूल को तीन दिन के लिए बंद करने का फैसला लिया है। छात्रों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब उनके घरवालों की भी जांच की जा रही है। एहतियात के तौर पर पूरे गांव की सफाई का आदेश जारी किया गया है।
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कुछ ऐसा ही हाल हरियाणा के जींद जिले का है। यहां 11 बच्चों के साथ 8 टीचर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस मामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट हो गया है। सभी स्कूलों में कोरोना जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कोरोना वायरस की दस्तक के बाद स्कूलों को खोलने के फैसले पर सवाल उठने लगे हैं।
हरियाणा सरकार के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ने की वजह से उनके यहां भी संक्रमित मरीजों की तादाद बढ़ रही है, क्योंकि दिल्ली-हरियाणा के बीच लोगों की आवाजाही बिल्कुल पहले की तरह हो गई है। इस दौरान मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल न रखने की वजह से मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
हरियाणा के स्कूलों में बच्चों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर कांग्रेस ने खट्टर सरकार पर निशाना साधा है। इस पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सफाई देते हुए कहा कि सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है।