नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और देशवासियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह सात बजे राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे और वहां से सीधे लाल किला पहुंचेंगे।
समारोह स्थल पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा सचिव डा अजय कुमार प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। रक्षा सचिव सेना के दिल्ली एरिया के जनरल अफसर इन कमान लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा का प्रधानमंत्री से परिचय कराएंगे जो प्रधानमंत्री को सलामी मंच पर लेकर जाएंगे। तीनों सेनाओं और पुलिस के जवान प्रधानमंत्री को सलामी देंगे जिसके बाद प्रधानमंत्री सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे।
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सलामी गारद की कमान लेफ्टिनेंट कर्नल गौरव ए येवालकर के पास होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर पर जाएंगे जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख उनका अभिनंदन करेंगे।
प्रधानमंत्री ध्वजारोहण के लिए प्रस्थान करेंगे। सेना की मेजर श्वेता पांडे ध्वजारोहण में प्रधानमंत्री का सहयोग करेंगी। इसके साथ ही सेना की ओरसे 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। इसके साथ ही राष्ट्रीय गार्ड राष्ट्रीय ध्वज को ‘राष्ट्रीय सलामी’ पेश करेंगे।
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सेना का बैंड इस दौरान राष्ट्र गान की धुन बजायेगा। समारोह में मौजूद सभी वर्दीधारी भी राष्ट्रीय ध्वज को सलाम करेंगे और अन्य लोग उसके सम्मान में खड़े होंगे। राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
उनके संबोधन के बाद राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट राष्ट्र गान गायेंगे। इस बार के समारोह में स्कूली बच्चों की जगह एनसीसी के 500 कैडेट हिस्सा ले रहे हैं।