पूरे देश-प्रदेश में कोरोना पर मचे हाहाकार के बीच रायसेन में एक उम्मीद की किरण भी दिखाई दी है। 82 साल की प्रभा जैन महामारी को मात देकर घर लौट आई हैं। उनका कहना है कि इससे डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी और अनुशासन को नहीं छोड़ना है। कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन करना है।
जैन परिवार की दादी मां प्रभा को दस दिन पहले कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वे ICU में 6 दिन और 4 दिन जनरल वार्ड में रहीं। इस बीच अस्पताल स्टाफ ने उनकी हौसला अफजाई भी की। धीरे-धीरे उन्हें आराम मिल गया और शनिवार को वे कोरोना को हराकर घर वापस आ गईं।
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घर आते ही दादी ने कहा- इस बीमारी से आप लोग डरें नहीं। मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग करें और सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें। ये महामारी बहुत से लोगों को चपेट में ले रही है। मगर, इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। बस आप सावधान रहें। ऐसा लग रहा है जैसे मेरा नया जन्म हुआ है। वृद्धा की बहू ने बताया कि हमारी दादी सास 10 दिन से सागर के हॉस्पिटल में भर्ती थीं। अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। सभी लोग अच्छा सोचो अच्छा होगा।
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प्रदेश देश में अब 6वें नंबर पर पहुंच गया है। प्रदेश में तेजी से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। स्वास्थ सुविधाएं समय पर नहीं मिलने के कारण हालत खराब हैं। मध्य प्रदेश पिछले हफ्ते तक आठवें पायदान पर था। प्रदेश के ऊपर महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्य हैं। प्रदेश में 17 अप्रैल को 11269 नए केस सामने आए। भोपाल में 1679 नए पॉजिटिव मरीजों का पता चला। अब एक्टिव केस बढ़कर 63 हजार 889 हो गए हैं। कोरोना से 66 मौतें हुईं।