कुशीनगर| माध्यमिक विद्यालयों के अंग्रेजी शिक्षकों में से 85 फीसदी अपना इंट्रोडक्शन देने में ही फेल हो गए। डीएम की योजना थी कि माध्यमिक के अंग्रेजी शिक्षकों की मदद बेसिक के शिक्षकों की ऑनलाइन ट्रेनिंग व अंग्रेजी का स्तर सुधारने के लिए लें मगर महज पांच शिक्षक ही पैमाने पर खरे उतर सके।
डीआईओएस ने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि अंग्रेजी के इन सभी शिक्षकों की कक्षाओं की खुद मॉनीटरिंग करें। दो सप्ताह ऐसा करते हुए उन्हें ट्रेंड करें। इसके बाद खुद परीक्षण कर बताएं कि वे विषय के शिक्षण में कितने पारंगत हो पाए हैं।
ज्वॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी ने तीसरे राउंड का सीट अलॉटमेंट रिजल्ट जारी
डीएम की योजना है कि बेसिक के शिक्षकों का अंग्रेजी भाषा का स्तर सुधारने व ऑनलाइन शिक्षण कार्य को ट्रेंड करने के लिए माध्यमिक के अंग्रेजी शिक्षकों की मदद ली जाए। इसके लिए उन्होंने बीते 23 अक्तूबर को डीआईओएस के माध्यम से जिले के अंग्रेजी विषय के चुनिंदा 38 शिक्षकों को बुलाया था। ये शिक्षक एडेड व नॉन एडेड दोनों तरह के स्कूलों से थे।
डीएम ने अंग्रेजी के एक्सपर्ट इन सभी से खुद का इंट्रोडक्शन अंग्रेजी में देने को कहा। एक-एक कर शिक्षक उनके सामने प्रस्तुत हुए और अंग्रेजी भाषा में व्यक्तिगत विवरण प्रस्तुत करना शुरू किया। डीआईओएस की मौजूदगी में केवल पांच शिक्षक ऐसे निकले, जो ठीक ढंग से अंग्रेजी में अपना इंट्रोडक्शन दे सके। डीएम ने प्रक्रिया पूरी होने के बाद खेद जताते हुए कहा कि जिस विषय के आप शिक्षक हैं, उसमें अपना व्यक्तिगत विवरण तक जब ठीक से प्रस्तुत नहीं कर सकते तो बच्चों को क्या सिखाएंगे।