नई दिल्ली| लॉकडाउन खुलने के बाद देशभर में आर्थिक गतिविधियां बहाल हो गई हैं। लेकिन काम उत्पादन क्षमता का आधा भी नहीं पा हो रहा है। मांग में कमी, लॉजिस्टिक की दिक्कतें और फंड की कमी के कारण उत्पादन आधा भी नहीं हो रहा है।
कोरोना संकट के बीच सऊदी अरब की तेल कंपनी ने चीन को दिया बहुत बड़ा झटका
नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन (एनएसआईसी) के आंकड़ों के मुताबिक, एक अगस्त तक देश के 6.30 करोड़ एमएसएमई यूनिटों में से 91 फीसदी ने काम करना शुरू कर दिया है।
राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही आज, 8 विधेयक होंगे पारित
एनएसआईसी का कहना है कि एमएसएमई सेक्टर फंडिंग और नकदी की कमी, सप्लाई चेन में रुकावट,मांग में कमी और माल ढुलाई के लिए लॉजिस्टिक्स की दिक्कतों का सामना कर रहा है। इस वजह से उत्पादन क्षमता में कमी आई है।
देश के देश के निर्यात में एमएसएमई की 50 फीसदी और सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी मे 30 फीसदी हिस्सेदारी है। जबकि यह क्षेत्र 25 लोगों को रोजगार मुहैया कराता है।