• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Child Safety Policy
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

बिहार चुनाव 2020: बिहार का पहला चुनाव, मांगा जा रहा 30 साल का हिसाब

Writer D by Writer D
14/10/2020
in Main Slider, बिहार, राजनीति
0
bihar election 2020 बिहार चुनाव 2020

बिहार चुनाव 2020

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

चुनावों में आम तौर पर पांच साल का ही हिसाब होता है। सत्तारूढ़ दल पांच साल की उपलब्धियों का ब्योरा देता है। विरोधी दल खामियों की फेहरिश्त बनाकर जवाब मांगता है। देश-दुनिया की यही परिपाटी है। राज्य में यह पहला चुनाव है, जिसमें पूरे 30 साल के कामकाज की चर्चा हो रही है। वोट मांगने का आधार सत्ता के इसी लंबे कालखंड को बनाया जा रहा है।

बिहार चुनाव : ड्यूटी पर आए CRPF के पांच जवान कोरोना पॉजिटिव

सत्तारूढ़ दल अपनी 15 साल की उपलब्धियों की चर्चा कर रहा है। उसके मुताबिक राज्य में जो कुछ अच्छा हुआ, वह इसी समय में हुआ। उसके पहले सड़क में गड्ढ़े थे। बिजली नहीं थी। स्कूलों में पढ़ाई और अस्पतालों में दवाई नहीं थी। कुछ भी नहीं था। सत्तारूढ़ दल अपनी उपलब्धियां बताने और पूर्ववर्ती सरकार की खामियां गिनाने पर बराबर समय देता है।

सुशील मोदी ने कहा- बिहार में राजग का हिस्सा नहीं है लोजपा

उधर, विपक्ष के आरोपों पर गौर करें तो यही भाव निकलता है कि उसके 15 साल के शासन काल में जितने अच्छे काम हुए, उन सबको मौजूदा सरकार ने तबाह कर दिया। मतलब 15 साल में जितनी सड़कें बनी थी, उसको खोद दिया गया। स्कूल और अस्पताल बंद कर दिए गए। कुल मिला कर कुछ अच्छा नहीं हुआ।

लोगों की सेवा करना और बिहार को आगे बढ़ाना ही मेरा मकसद है : नीतीश

कुल मिलाकर राजनीतिक दलों के मामले में बात यह बन रही है कि 30 वर्षों के अच्छे और खराब शासन में सबकी भागीदारी है। अच्छे में भी और बुरे में भी। अगर विकास में केंद्र सरकार की भूमिका की चर्चा करें तो उस मामले में भी सभी दलों की भागीदारी रही है। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के 15 वर्षों के शासन में केंद्र में जनता दल, समाजवादी जनता पार्टी, कांग्रेस और भाजपा के नेतृत्व की सरकारें थीं। नीतीश कुमार के 15 वर्षों में नौ साल कांग्रेस के नेतृत्व की सरकार थी। इधर, छह साल से भाजपा केंद्र सरकार की अगुआई कर रही है।

 

Tags: 24 ghnateonline.comBihar Assembly Election 2020bihar election 2020bihar politicsBihar Topbihar vidhan sabhabjpcongressElectionsHAMJDULJPrjdThis is the first Election of Bihar in which 30 years term is being soughtVIPकांग्रेसजेडीयूतेजस्वी यादवनीतीश कुमारबिहार विधान सभा चुनावबिहार समाचारबीजेपीभाजपाराजदलोजपावीआइपीहम bihar-vidhan-sabha elections hindi news
Previous Post

बैलून एप्प 18 अक्टूबर को होगी लाइव 11 वेब सीरीज के साथ

Next Post

उत्तराखंड: एक नवंबर से कक्षा 10 और कक्षा 12 फिर से खोलने के लिए है तैयार

Writer D

Writer D

Related Posts

Bakery Style Fan
Main Slider

घर पर बनाएं बेकरी स्टाइल फैन, देखें रेसिपी

21/11/2025
Curd
Main Slider

घर पर जमेगा बाजार जैसा गाढ़ा दही, फॉलो करें ये टिप्स

21/11/2025
Daal ki Dulhan
Main Slider

बिहार की इस डिश के आगे फेल है इटेलियन फूड, आज ही करें ट्राई

21/11/2025
Family Photo
धर्म

यहां लगाएं फैमली फोटो, घर में होगी खुशहाली की एंट्री

21/11/2025
Studying
Main Slider

पढ़ाई में नहीं लगता है बच्चों का मन, तो करें ये उपाय

21/11/2025
Next Post
uttrakhand उत्तराखंड

उत्तराखंड: एक नवंबर से कक्षा 10 और कक्षा 12 फिर से खोलने के लिए है तैयार

यह भी पढ़ें

CM Dhami

मानसून सीजन एवं मेडिकल आपातकाल के दृष्टिगत पुरानी एम्बुलेंस वाहनों को तत्परता से बदलें: धामी

14/06/2025

महाराष्ट्र में 12वीं तक के स्कूल खोलने की मिली मंजूरी

25/09/2021
UP Board

यूपी बोर्ड के कक्षा 6 से 8वीं तक के स्कूलों को 15 दिसंबर से खोलने से किया इंकार

27/11/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version