• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

दिवाली पर व्यापारी इस विधि से करें बहीखाते की पूजा

Writer D by Writer D
04/11/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
diwali

diwali

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

दिवाली कार्तिक अमावस्या तिथि पर मनायी जाती है। दिवाली पर धन की देवी मां लक्ष्मी  दिवाली वाले दिन व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों के बही खाते, तराजू व बांट की पूजा करते हैं। इस दिन गणेश-लक्ष्मी की पूजा के साथ धन के देवता कुबेर व अपने बहीखातों की पूजा करना शुभ होता है। दिवाली के दिन से व्यापारियों का नया साल शुरू होता है। इसीलिए बहीखाता पूजन का बड़ा महत्व होता है। दिवाली वाले दिन दीप जलाना भी शुभ होता है। बहीखातों की पूजा करने से माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और उस घर में कभी दरिद्रता नहीं आती है।

 लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त

लाभ मुहूर्त- सुबह 11 :50 से दोपहर 1 :12 बजे तक।

अमृत मुहूर्त- दाेपहर 1 :12 बजे से दोपहर 2 :34 बजे तक।

शुभ मुहूर्त- दोपहर 3 :56 से शाम 5 :18 बजे तक

कुंभ लग्न- दोपहर 1:24 बजे से दोपहर 2:53 बजे तक (स्थिर लग्न)

प्रदोष काल – शाम 5:21 बजे से शाम 7:57 बजे तक

वृषभ लग्न- शाम 5:57 – शाम 7:53 बजे(घर में पूजा हेतु)

सिंह लग्न- रात्रि 12:27बजे से रात्रि 2: 42 बजे तक ( ईष्ट साधना सिद्धि के लिए )

महानिशिथ काल- रात्रि 11:24 बजे से 12:16 बजे तक (काली पूजा तथा तांत्रिक पूजा के लिए )

बही खाता पूजन की विधि

बही खातों की पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त में पूजा करनी चाहिए। नवीन खाता पुस्तकों में लाल चंदन या कुमकुम से स्वास्तिक का चिह्न बनाना चाहिए। इसके बाद स्वास्तिक के ऊपर श्री गणेशाय नमः लिखना चाहिए। इसके साथ ही एक नई थैली लेकर उसमें हल्दी की पांच गांठे, कमलगट्ठा, अक्षत, दुर्गा, धनिया व दक्षिणा रखकर, थैली में भी स्वास्तिक का चिन्ह लगाकर सरस्वती मां का स्मरण करना चाहिए।

Tags: diwaliDiwali 2021FestivalsSpirituality News
Previous Post

दिवाली पर जुआ खेलना होता है शुभ, जानिए कैसे शुरू हुई ये परंपरा

Next Post

दिवाली घर पर मालपुआ बनाकर लोगों का मुंह कराएं मीठा

Writer D

Writer D

Related Posts

Corn Paratha
खाना-खजाना

ब्रेकफास्ट में शामिल करें कॉर्न पराठा, स्वाद के साथ मिलेगी सेहत

02/11/2025
kaju sabji
Main Slider

मेहमानों को सर्व करें काजू की सब्जी, सभी करेंगे आपकी तारीफ

02/11/2025
noodle cutlets
खाना-खजाना

स्नैक्स में बनाएं नूडल कटलेट, बढ़ जाएगा शाम की चाय का स्वाद

02/11/2025
Besan Gatte
Main Slider

आज बनाएं ये स्पेशल राजस्थानी सब्जी, देखें रेसिपी

02/11/2025
Hair
फैशन/शैली

सोने से पहले ये काम करना बालों के लिए होता है खतरनाक

02/11/2025
Next Post
malpua

दिवाली घर पर मालपुआ बनाकर लोगों का मुंह कराएं मीठा

यह भी पढ़ें

MLC Election: फ़र्रुखाबाद सीट पर बीजेपी के प्रांशु दत्त द्विवेदी ने दर्ज कराई शानदार जीत

12/04/2022
kalraj mishra

अगर जरूरत पड़ी तो फिर बनाएंगे कृषि कानून : कलराज

21/11/2021
कोरोना वायरस

कोलंबिया : कोरोना संक्रमितों की संख्या पहुंची दो लाख के पार, अब तक 7 हजार के करीब मौतें

21/07/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version