• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

यूपी के उन्नाव जिले में इंजेक्शन के इस्तेमाल में लापरवाही से बढ़े एड्स रोगी

Desk by Desk
06/12/2020
in Main Slider, उन्नाव, स्वास्थ्य
0
aids

एड्स

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एचआईवी (एड्स) संक्रमण के मामलों में अचानक तेजी आने का कारण सामने आ गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने शनिवार को कहा, 2017-18 में उन्नाव जिले में एड्स के मामलों में उछाल का कारण पिछले पांच साल के दौरान इलाज के दौरान इंजेक्शन का असुरक्षित प्रयोग और नसों में नसों में लगाए जाने वाले इंजेक्शन रहे हैं।

कांग्रेस का केंद्र पर बड़ा आरोप, किसानों के साथ वार्ता का ढोंग कर रही है मोदी सरकार

आईसीएमआर ने शनिवार को अपने एक रोग नियंत्रण अध्ययन के निष्कर्ष जारी किए। यह अध्ययन 2017 में उन्नाव के जिला अस्पताल में स्थित एकीकृत परामर्श व जांच केंद्र (आईसीटीसी) में आने वाले लोगों में एचआईवी के मामले तेजी से बढ़ने को लेकर किया गया था। आईसीएमआर के मुताबिक, अध्ययन और सामने आए सबूतों के आधार पर यह पुष्ट हो गया कि पिछले पांच साल में इलाज के दौरान के इंजेक्शनों का असुरक्षित प्रयोग एचआईवी सीरो-रिएक्टिव (एंटीबॉडी की उपस्थिति की जांच के लिए किया जाने वाला परीक्षण) में सामने आए आंकड़ों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ था।

आंध्र प्रदेश में रहस्यमय बीमारी ने दी दस्‍तक, अस्पताल में भर्ती कराए गए 140 लोग

अध्ययन के दौरान निकले निष्कर्षों से यह भी सामने आ गया कि खून चढ़ाने, घावों की सर्जरी, टैटू गुदवाने, सिर गंजा कराने या त्वचा छेदने के कारण होने वाला संक्रमण एड्स संक्रमितों की संख्या में उछाल के लिए जिम्मेदार नहीं था। आईसीएमआर ने बताया कि अध्ययन में नवंबर-2017 से अप्रैल-2018 के बीच लोगों का एचआईवी सीरो-रिएक्टिव टेस्ट किया गया था।

प्राथमिक शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी पर विचार का निर्देश

यह काम उन्नाव के बांगरमऊ ब्लॉक के तीन अलग-अलग स्थानों प्रेमगंज, करीमुद्दीनपुर और चकमीरपुर में किया गया था। अध्ययन के लेखक व आईसीएमआर के पुणे स्थित राष्ट्रीय एड्स शोध संस्थान के निदेशक समीरन पांडा ने कहा, यह अध्ययन असुरक्षित इंजेक्शन के प्रयोग से जुड़ी चुनौतियों और संक्रमण के प्रसार के खतरे को समझने के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है।

Tags: AIDSaids patientshiv aidshiv virusHIV+icmrictvIndia News in HindiLatest India News UpdatesUnnaounnao district in upunnao district uttar pradeshupUttar Pradesh
Previous Post

कांग्रेस का केंद्र पर बड़ा आरोप, किसानों के साथ वार्ता का ढोंग कर रही है मोदी सरकार

Next Post

सर्दियों में अस्थमा के मरीजों की बढ़ सकती हैं दिक्कतें, इन बातों का रखें ध्यान

Desk

Desk

Related Posts

CM Yogi
Main Slider

सीएम योगी की अगुवाई में बही देशभक्ति की बयार, गूंजा एकता का उद्घोष

10/11/2025
Prem Chopra
Main Slider

धर्मेंद्र के बाद इस दिग्गज एक्टर की बिगड़ी तबीयत, लीलावती में हुए एडमिट

10/11/2025
dharmendra
Main Slider

अगले 72 घंटे बेहद मुश्किल… वेंटिलेटर पर शिफ्ट किए गए धर्मेंद्र

10/11/2025
Three vehicles collided on the highway
Main Slider

हाईवे पर आपस में टकराईं तीन गाड़ियां, बाल-बाल बचे सपा के पूर्व विधायक

10/11/2025
Jawaharlal Nehru Stadium
Main Slider

तोड़ा जाएगा दिल्ली का जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, यहां बनेगी यह खास सिटी

10/11/2025
Next Post
asthama

सर्दियों में अस्थमा के मरीजों की बढ़ सकती हैं दिक्कतें, इन बातों का रखें ध्यान

यह भी पढ़ें

cow dung

गोबर के ये फायदे आपको चौंका देंगे, जानें जरूर

10/03/2024
swatantra dev

जो परिवार चलाने में सक्षम नहीं वे प्रदेश चलाने का सपना देख रहे हैं : स्वतंत्र देव

27/11/2021
masala chai

मसाला चाय से ठंड में खांसी-जुकाम से राहत के साथ मिलते हैं ये फायदे

28/09/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version